IIT बाबा अभय सिंह: चार दिन पहले एक न्यूज चैनल पर आईआईटी बाबा अभय सिंह का इंटरव्यू वायरल हुआ था। इसमें उन्होंने बताया कि उन्होंने आईआईटी मुंबई से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इसके बाद, उन्होंने कनाडा में 36 लाख रुपए के पैकेज वाली नौकरी छोड़कर सन्यासी जीवन अपनाने का निर्णय लिया।
IIT बाबा अभय सिंह महाकुंभ में: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान अभय सिंह, जिन्हें ‘आईआईटियन बाबा’ के नाम से भी जाना जाता है, सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। उनकी बेबाक टिप्पणियां और विचार चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। वह लगातार मीडिया से बातचीत कर रहे हैं और विभिन्न विषयों पर अपने विचार खुलकर साझा कर रहे हैं।
उन्होंने सनातन धर्म और इस्लाम पर चर्चा की और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को दी गई “महात्मा” की उपाधि पर भी सवाल उठाए। इस्लाम पर बात करते हुए उन्होंने इसे एक नफरत फैलाने वाला धर्म कहा और दावा किया कि भविष्य में केवल सनातन धर्म का ही प्रभाव रहेगा।
एक टीवी इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा, “मुझे मुसलमानों से कोई समस्या नहीं है, लेकिन इस्लाम धर्म गलत है। यह नफरत सिखाने वाली विचारधारा है। कहता है कि तू शांति से रह, लेकिन खुद उस शांति का पालन नहीं करता।”
जब उनसे सनातन धर्म के भविष्य पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “आने वाले समय में केवल सनातन धर्म ही बचेगा। हर हर महादेव
गांधी की ‘महात्मा’ उपाधि पर आईआईटी बाबा ने खड़े किए सवाल
आईआईटी बाबा अभय सिंह ने गांधी को दी गई ‘महात्मा’ की उपाधि को गलत करार दिया। उन्होंने कहा, “लोगों को अध्यात्म की सही समझ नहीं थी, इसलिए उन्होंने गांधी को महात्मा कह दिया। कैसे वो महान आत्मा हो गए? उन्होंने कौन सा तप किया? उनके पास कौन सी सिद्धि थी?”
चार दिन पहले एक न्यूज चैनल के साथ उनके इंटरव्यू का वीडियो सामने आया था, जिसमें उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने आईआईटी मुंबई से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इसके बाद, कनाडा में 36 लाख के पैकेज वाली नौकरी छोड़कर वह वैराग्य जीवन में आ गए। इस इंटरव्यू में वह धाराप्रवाह अंग्रेजी में बात कर रहे थे, जिसने वीडियो को वायरल कर दिया।
हरियाणा के झज्जर में रहने वाले उनके परिवार को जब पता चला कि अभय सिंह महाकुंभ में हैं, तो उनकी प्रतिक्रिया भी सामने आई। परिवार ने एक साल से अभय सिंह की कोई खबर न होने की बात कही थी। जब इस पर मीडिया ने आईआईटी बाबा से सवाल किया, तो उन्होंने अपने माता-पिता के प्रति तल्ख शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कड़े बयान दिए।
अभय सिंह उर्फ आईआईटियन बाबा को महाकुंभ में लाने वाले जूना अखाड़े के बाबा सोमेश्वर पुरी ने उनकी कहानी साझा की। बाबा सोमेश्वर पुरी, जो पहले भारतीय वायुसेना में और फिर केनरा बैंक में सेवाएं दे चुके हैं, ने बाद में संन्यासी जीवन अपना लिया। उन्होंने बताया कि उनकी मुलाकात आईआईटियन बाबा से काशी में हुई थी।
सोमेश्वर पुरी ने कहा, “मैंने देखा कि अभय सिंह कहीं न कहीं अपने विचारों में उलझे हुए थे, लेकिन उनमें गहरी जिज्ञासा थी। इसलिए मैंने उन्हें बड़े गुरुओं के पास ले जाने का निर्णय लिया। वहां उनकी जिज्ञासा शांत हुई और उन्होंने अपनी दिशा स्पष्ट कर ली। बाद में उन्होंने कहा कि वह महाकुंभ में भी आएंगे।”