प्रयागराज महाकुंभ में फँसे लाखों श्रद्धालुओं के लिए तुरंत आपातकालीन व्यवस्था की जाए। हर ओर लगे भीषण जाम में श्रद्धालु भूख-प्यास से बेहाल और थकान से परेशान हैं। प्रशासन को मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए उनकी सहायता करनी चाहिए। क्या आम तीर्थयात्री की तकलीफें कोई मायने नहीं रखतीं?
लखनऊ की ओर से प्रयागराज में प्रवेश से पहले नवाबगंज में 30 किमी लंबा जाम, रीवा रोड पर गौहनिया में 16 किमी का जाम, और वाराणसी मार्ग पर 12-15 किमी का जाम लगा हुआ है। हालात इतने गंभीर हैं कि ट्रेन के इंजन तक भी भीड़ घुस चुकी है। आम जनता की परेशानियां चरम पर हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार इस अव्यवस्था के आगे पूरी तरह विफल साबित हो रही है। प्रचार और दिखावटी विज्ञापनों में सरकार भले ही सक्रिय नजर आ रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयान कर रही है।
श्रद्धालुओं का संगम घाट तक पैदल सफर
रायबरेली से आए श्रद्धालु राम कृपाल ने बताया कि लखनऊ-प्रयागराज राजमार्ग पर फाफामऊ के पास उन्हें करीब 5 घंटे तक जाम में फंसे रहना पड़ा। जब स्थिति नहीं सुधरी, तो उन्होंने मजबूर होकर बेला कछार में वाहन खड़ा किया और संगम घाट तक पैदल ही रवाना हो गए।
अत्यधिक वाहनों से जाम की स्थिति गंभीर
एडीसीपी (यातायात) कुलदीप सिंह ने बताया कि वाहनों की अत्यधिक संख्या के कारण जाम की स्थिति लगातार बिगड़ रही है। श्रद्धालु अपने वाहनों को अधिकतम नजदीक तक ले जाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे यातायात बाधित हो रहा है। उन्होंने कहा, “हमें अब मौनी अमावस्या की तरह विशेष यातायात व्यवस्था लागू करनी पड़ रही है।” सिंह के अनुसार, मेला क्षेत्र के पास की पार्किंग पहले ही भर चुकी है, जिससे दूर की पार्किंग में गाड़ियों को भेजा जा रहा है, लेकिन भीड़ का दबाव लगातार बना हुआ है।

पार्किंग व्यवस्था को लेकर प्रशासन अलर्ट
एडीसीपी (यातायात) ने बताया कि दूर स्थित पार्किंग लगभग 50% भर चुकी है। नजदीकी पार्किंग अपेक्षाकृत छोटी होने के कारण जल्दी फुल हो जाती है, जबकि दूर की पार्किंग बड़ी है। उदाहरण के लिए, मेला क्षेत्र के पास स्थित आईईआरटी और बघाड़ा पार्किंग में करीब 4,000 से 5,000 वाहनों की क्षमता है, जबकि नेहरू पार्क और बेला कछार जैसी दूरस्थ पार्किंग में 20,000 से 25,000 वाहन खड़े किए जा सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि स्नान पर्व के दौरान स्थानीय वाहनों का संचालन बंद रहता है, लेकिन इस समय सभी तरह के वाहन सड़कों पर चल रहे हैं। अगले कुछ दिनों तक श्रद्धालुओं की भीड़ में कमी की संभावना नहीं दिख रही है।
प्रयागराज जंक्शन खुला, संगम स्टेशन रहेगा बंद
प्रयागराज जंक्शन को बंद नहीं किया गया है। प्रयाग जिला प्रशासन के निर्देशानुसार, उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के प्रयागराज संगम स्टेशन को 9 फरवरी को रात 1:30 बजे से 14 फरवरी रात 12:00 बजे तक यात्रियों के लिए बंद रखा जाएगा। हालांकि, महाकुंभ क्षेत्र में आने वाले अन्य आठ रेलवे स्टेशनों – प्रयागराज छिवकी, नैनी, प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, प्रयाग, फाफामऊ, प्रयागराज रामबाग और झूसी से नियमित और विशेष ट्रेनों का संचालन जारी रहेगा।