महाकुंभ माघ पूर्णिमा स्नान:
प्रयागराज के संगम तट पर महाकुंभ मेले का आज पाँचवाँ स्नान पर्व है। माघ पूर्णिमा के इस शुभ अवसर पर अब तक 1 करोड़ 50 लाख से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं, और लाखों की संख्या में भक्तों का आना जारी है। प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है ताकि मौनी अमावस्या जैसी कोई अप्रिय घटना दोबारा न हो। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हजारों पुलिसकर्मी और सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं सुबह 4 बजे से वॉर रूम से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। संगम क्षेत्र, झूसी और अरैल के सभी घाटों पर स्नान जारी है। डीआईजी कुंभ वैभव कृष्ण ने स्पष्ट किया है कि मौनी अमावस्या को लेकर फैलाए जा रहे भ्रामक प्रचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
महाकुंभ के 31वें दिन श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि देखी गई। दोपहर 12 बजे तक 1 करोड़ 59 लाख श्रद्धालु स्नान कर चुके थे, जिसमें 10 लाख कल्पवासी भी शामिल हैं। अब तक 46 करोड़ 25 लाख से अधिक भक्त संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके थे, और आज यह संख्या 47 करोड़ पार कर गई।
प्रशासन द्वारा मेला क्षेत्र में ट्रैफिक नियंत्रण के लिए कुंभ क्षेत्र को नो व्हीकल ज़ोन घोषित किया गया है। स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए प्रयागराज के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। सुरक्षा व्यवस्था के तहत एसडीआरएफ की 40 से अधिक टीमें संगम में मोटरबोट के साथ मुस्तैद हैं।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर अनिल कुंबले भी महाकुंभ में पहुंचे और संगम में स्नान कर आध्यात्मिक अनुभव साझा किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “प्रयागराज महाकुंभ में त्रिवेणी संगम का आशीर्वाद प्राप्त किया।” उनकी पत्नी चेतना राम तीर्था भी इस पवित्र यात्रा में उनके साथ रहीं।
इस बीच, अखिल भारतीय दंडी संन्यासी परिषद के संरक्षक स्वामी महेशाश्रम महाराज ने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि परिषद अपने उद्देश्यों से भटक गई है और कुछ पदाधिकारी नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। उन्होंने घोषणा की कि अब वे स्वतंत्र रूप से दंडी समाज के साथ खड़े रहेंगे।
महाकुंभ 2025 के लिए श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, और भक्तों का उत्साह चरम पर है।