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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वॉशिंगटन डीसी के ऐतिहासिक ब्लेयर हाउस में ठहरे हैं। ब्लेयर हाउस में मोदी का भव्य स्वागत किया गया। यह प्रतिष्ठित गेस्ट हाउस 200 से भी अधिक वर्षों का समृद्ध इतिहास रखता है। |
वॉशिंगटन में पीएम मोदी का भव्य स्वागत, ऐतिहासिक ब्लेयर हाउस में ठहराया गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय समयानुसार गुरुवार सुबह अपने अमेरिकी दौरे पर पहुंचे। इस दौरान वह करीब 36 घंटे अमेरिका में रहेंगे और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। अमेरिकी सरकार ने पीएम मोदी के ठहरने के लिए वॉशिंगटन डीसी के ऐतिहासिक ब्लेयर हाउस का चयन किया, जो व्हाइट हाउस के ठीक सामने स्थित है। यह 200 साल पुराना प्रतिष्ठित गेस्ट हाउस अब तक कई वैश्विक नेताओं की मेजबानी कर चुका है, जिनमें क्वीन एलिजाबेथ, विंस्टन चर्चिल और व्लादिमीर पुतिन जैसे दिग्गज शामिल हैं।
पीएम मोदी के आगमन से पहले ब्लेयर हाउस पर भारतीय तिरंगा लहराया गया और उनका शानदार स्वागत किया गया। दिलचस्प बात यह है कि कभी यह गेस्ट हाउस एक निजी संपत्ति थी, जिसे एक प्रसिद्ध सर्जन ने बनवाया था। बाद में इसे अमेरिकी सरकार ने खरीदा और इसे विदेशी मेहमानों के ठहरने के लिए तैयार किया। इस गेस्ट हाउस के राष्ट्रपति के आधिकारिक मेहमानों का निवास बनने के पीछे चर्चिल के सिगार पीने का एक रोचक किस्सा भी जुड़ा हुआ है, जिसने इसे इतिहास में एक विशेष स्थान दिलाया।
ब्लेयर हाउस: एक ऐतिहासिक धरोहर
वॉशिंगटन डीसी में स्थित ब्लेयर हाउस, पेंसिलवेनिया एवेन्यू पर व्हाइट हाउस के ठीक सामने बना एक ऐतिहासिक भवन है। आज इसे अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक गेस्ट हाउस के रूप में जाना जाता है, लेकिन इसकी शुरुआत ऐसे नहीं हुई थी।
शुरुआती निर्माण और ब्लेयर परिवार
यह खूबसूरत फेडरल-शैली का टाउनहाउस वर्ष 1824 में अमेरिका के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. जोसेफ लवेल के लिए बनाया गया था। बाद में, 1837 में फ्रांसिस प्रेस्टन ब्लेयर ने इसे 6,500 डॉलर (लगभग 5.64 लाख रुपये) में खरीद लिया। ब्लेयर परिवार के स्वामित्व में यह घर 100 वर्षों तक रहा और उन्हीं के नाम पर इसे ब्लेयर हाउस कहा जाने लगा।
राष्ट्रपति के गेस्ट हाउस में बदलने की कहानी
साल 1942 में, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, अमेरिकी सरकार ने इसे राष्ट्रपति के विदेशी मेहमानों के लिए आधिकारिक गेस्ट हाउस के रूप में इस्तेमाल करने के लिए अधिग्रहित कर लिया। उस समय, ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल बार-बार वॉशिंगटन आ रहे थे और अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट को विदेशी अतिथियों के लिए एक विशेष निवास की जरूरत महसूस हुई।
इससे पहले, व्हाइट हाउस में ही मेहमानों को ठहराया जाता था, लेकिन एक रात रूजवेल्ट ने चर्चिल को हाथ में सिगार लिए व्हाइट हाउस में घूमते हुए देख लिया। इस घटना के बाद उन्होंने फैसला किया कि विदेशी अतिथियों के लिए अलग से एक भव्य गेस्ट हाउस होना चाहिए। इसी सोच के तहत ब्लेयर हाउस को पूर्ण साज-सज्जा के साथ खरीदा गया और इसे आधिकारिक राष्ट्रपति गेस्ट हाउस का दर्जा दिया गया। आज, ब्लेयर हाउस अमेरिका के सबसे प्रतिष्ठित अतिथि निवासों में से एक है और कई विश्व नेताओं की मेजबानी कर चुका है।
ब्लेयर हाउस: भव्यता और ऐतिहासिक महत्व
70,000 वर्ग फुट में फैला भव्य परिसर
ब्लेयर हाउस केवल एक इमारत नहीं, बल्कि चार आपस में जुड़े टाउनहाउस का विशाल परिसर है। यह 70,000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें कुल 119 कमरे हैं। इनमें से 14 विशेष गेस्ट बेडरूम, 35 बाथरूम, तीन शानदार औपचारिक डाइनिंग रूम, और एक पूरी तरह सुसज्जित ब्यूटी सैलून शामिल हैं।
आलीशान होटल जैसी सुविधाएं
भव्यता और सुविधाओं के मामले में ब्लेयर हाउस किसी फाइव-स्टार होटल से कम नहीं है। इसकी ऐतिहासिक सजावट, कलात्मक डिज़ाइन और अमेरिकी शिल्प कौशल का अद्भुत प्रदर्शन इसे और भी खास बनाता है। आज भी इसकी पुरानी शैली की वास्तुकला को संजोकर रखा गया है, जो इसे ऐतिहासिक और भव्य बनाती है।
विश्व नेताओं की मेजबानी और ऐतिहासिक घटनाएं
ब्लेयर हाउस ने दुनिया के कई बड़े राजघरानों और विश्व नेताओं की मेजबानी की है, जिससे इसे “दुनिया का सबसे विशिष्ट होटल” भी कहा जाता है। इस ऐतिहासिक इमारत में कई महत्वपूर्ण राजनीतिक और कूटनीतिक घटनाएं हुई हैं, जिससे यह अमेरिकी इतिहास का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है।