ATM Withdrawal Charges Update: 1 मई से कैश निकालना होगा महंगा, जानिए नए चार्जेज और वजह
नए बदलाव और शुल्क की पूरी जानकारी
1. फ्री ट्रांजैक्शन लिमिट और अतिरिक्त शुल्क
- मेट्रो शहरों में: ग्राहक 5 बार तक फ्री ट्रांजैक्शन कर सकते हैं, उसके बाद हर ट्रांजैक्शन पर चार्ज लगेगा।
- गैर-मेट्रो शहरों में: ग्राहक 3 बार तक फ्री ट्रांजैक्शन कर सकते हैं, उसके बाद अतिरिक्त शुल्क देना होगा।
- यह नियम सभी बैंकों पर लागू होगा, जिससे ग्राहकों पर सीधा असर पड़ेगा।
2. किस सर्विस के लिए कितना लगेगा चार्ज?
- कैश निकासी: पहले जहां प्रति ट्रांजैक्शन ₹17 लगता था, अब यह बढ़कर ₹19 प्रति ट्रांजैक्शन हो गया है।
- बैलेंस चेक, मिनी स्टेटमेंट और अन्य गैर-वित्तीय ट्रांजैक्शन: पहले ₹6 प्रति ट्रांजैक्शन लगता था, अब बढ़कर ₹7 प्रति ट्रांजैक्शन हो गया है।
- अन्य बैंकों के एटीएम इस्तेमाल करने पर: यदि आप अपने बैंक के एटीएम के बजाय किसी अन्य बैंक के एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो भी आपको निर्धारित फ्री लिमिट के बाद अतिरिक्त चार्ज देना होगा।
आरबीआई ने क्यों लिया यह फैसला?
- आरबीआई ने व्हाइट-लेबल एटीएम ऑपरेटर्स के अनुरोध पर यह बदलाव किया है।
- एटीएम चलाने की लागत में लगातार वृद्धि हो रही थी, जिसके चलते बैंकों और एटीएम ऑपरेटर्स को घाटा हो रहा था।
- ऑपरेशनल खर्च बढ़ने के कारण यह जरूरी हो गया कि ट्रांजैक्शन चार्ज में संशोधन किया जाए।
- इस फैसले से खासतौर पर छोटे बैंकों के ग्राहक प्रभावित हो सकते हैं, क्योंकि वे बड़े वित्तीय संस्थानों पर निर्भर होते हैं।
UPI की बढ़ती लोकप्रियता से एटीएम की मांग घटी
- कुछ साल पहले एटीएम को बैंकिंग सेवाओं में एक बड़ा इनोवेशन माना जाता था, लेकिन अब डिजिटल पेमेंट सिस्टम तेजी से बढ़ रहा है।
- यूपीआई, मोबाइल वॉलेट और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के कारण लोग अब एटीएम से कैश निकालने की बजाय डिजिटल भुगतान को प्राथमिकता देने लगे हैं।
- सरकारी आंकड़ों के अनुसार:
- 2014 में डिजिटल पेमेंट का कुल मूल्य ₹952 लाख करोड़ था।
- 2023 में यह बढ़कर ₹3,658 लाख करोड़ हो गया।
- यह आंकड़ा दर्शाता है कि देश तेजी से कैशलेस ट्रांजैक्शन की ओर बढ़ रहा है।
ग्राहकों को क्या करना चाहिए?
- अगर आप अतिरिक्त चार्ज से बचना चाहते हैं, तो फ्री ट्रांजैक्शन लिमिट का ध्यान रखें और जरूरत से ज्यादा एटीएम का इस्तेमाल न करें।
- यूपीआई, ऑनलाइन बैंकिंग और मोबाइल वॉलेट जैसे विकल्पों का अधिक से अधिक उपयोग करें, ताकि बार-बार एटीएम से पैसे निकालने की जरूरत न पड़े।
- अगर आपको अधिक कैश की जरूरत होती है, तो बैंक ब्रांच से पैसे निकालने पर विचार करें, जहां यह शुल्क लागू नहीं होगा।
निष्कर्ष
1 मई से एटीएम से पैसे निकालना महंगा हो जाएगा। अगर आप बार-बार एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो नए चार्ज से बचने के लिए डिजिटल बैंकिंग को अपनाएं। यूपीआई और अन्य ऑनलाइन पेमेंट विकल्पों का इस्तेमाल करने से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि अतिरिक्त शुल्क से भी बचा जा सकेगा।