India-Pak Conflict:
भारत और पाकिस्तान के बीच दो दिनों तक चले तीव्र संघर्ष के बाद आखिरकार युद्धविराम की घोषणा हो गई। इस बीच भारतीय वायुसेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़ी अहम जानकारी साझा करते हुए खुलासा किया कि कराची में कई रणनीतिक ठिकानों को निशाना बनाया गया। एयर मार्शल ए. के. भारती के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों के जवाब में भारत ने संयमित लेकिन सटीक कार्रवाई की। इसमें कराची स्थित मलीर कैंटोनमेंट क्षेत्र के सैन्य ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक शामिल थी, जिससे पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं को गंभीर नुकसान पहुंचा।
1. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय मिसाइल हमले में कराची के मलीर कैंटोनमेंट के सैन्य ठिकानों को बनाया गया था निशाना। 3. मलीर कैंट, कराची शहर से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित है और यह पाकिस्तान का एक प्रमुख सैन्य अड्डा माना जाता है। |
India-Pak Conflict: ऑपरेशन सिंदूर पर वायुसेना का खुलासा, मलीर कैंट रहा प्रमुख निशाना
भारत-पाकिस्तान के बीच दो दिनों तक चले सैन्य संघर्ष के बाद अब सीजफायर की घोषणा हो चुकी है। इसी बीच भारतीय वायुसेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर एक अहम जानकारी साझा की है।
भारतीय वायुसेना के संचालन महानिदेशक, एयर मार्शल ए.के. भारती ने रविवार को विशेष प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों के जवाब में भारत ने बेहद सटीक और संतुलित सैन्य कार्रवाई की।
कराची के मलीर कैंट को बनाया गया निशाना
इस जवाबी कार्रवाई के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कराची स्थित मलीर कैंटोनमेंट को टारगेट किया। यहां सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल से हमला किया गया। मलीर कैंट, कराची से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित एक प्रमुख सैन्य अड्डा है, जिसे रणनीतिक रूप से बेहद अहम माना जाता है।
लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम तबाह, कराची और पीओके में कई आतंकी ठिकानों पर हमले – ऑपरेशन सिंदूर पर वायुसेना और नौसेना का बड़ा खुलासा
भारतीय वायुसेना ने खुलासा किया है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान लाहौर में स्थित एक चीनी निर्मित एचक्यू-9 एयर डिफेंस सिस्टम को इजरायली तकनीक से लैस ‘हार्पी ड्रोन’ द्वारा सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया। इसके साथ ही पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में गुजरांवाला के पास स्थित एक और सैन्य साइट को भी निशाना बनाया गया।
कराची में सैन्य प्रतिष्ठान बने निशाना
वायुसेना ने कराची के पास स्थित पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाते हुए उन्हें गंभीर नुकसान पहुंचाया। इसके बाद रविवार को नौसेना की भूमिका की भी आधिकारिक पुष्टि की गई।
कराची में हो सकती थी बड़ी तबाही
वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद ने जानकारी दी कि भारतीय नौसेना की पनडुब्बियों और समुद्री विमानों को कराची बंदरगाह के बाहर तैनात किया गया था ताकि पाकिस्तानी समुद्री बलों को रोका जा सके।
उन्होंने कहा, “हम समुद्र और ज़मीन पर चुनिंदा ठिकानों को एक आदेश मिलते ही निशाना बना सकते थे। हम पूरी तरह तैयार थे।”
पीओके में तबाह हुए आतंकी अड्डे
वाइस एडमिरल प्रमोद ने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान की नौसेना और वायुसेना को अपनी सीमाओं में सीमित रहने पर मजबूर कर दिया गया।
इस ऑपरेशन की सबसे बड़ी सफलता पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में दर्ज की गई, जहां 7 आतंकी अड्डों को सटीक हमले में तबाह किया गया।
यह ऑपरेशन 7 और 8 मई की मध्यरात्रि को 1:05 बजे से 1:25 बजे तक चला।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पुष्टि की कि इस अभियान में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए और उनके ढांचे को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया।