मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच सोमवार को इजराइल ने एक बड़ा हवाई हमला कर ईरान के सरकारी टेलीविजन मुख्यालय को निशाना बनाया। यह हमला उस वक्त हुआ जब चैनल पर लाइव प्रसारण चल रहा था। अचानक स्टूडियो में अंधेरा छा गया, चारों ओर मलबा बिखर गया और इमारत में आग लग गई, जिससे वहां मौजूद सभी लोग दहशत में आ गए।
हमले के तुरंत बाद चैनल का सीधा प्रसारण रुक गया और रिकॉर्ड किए गए कार्यक्रम दिखाए जाने लगे। एक महिला रिपोर्टर ने बताया कि धमाके के बाद स्टूडियो धूल से भर गया और सभी लोग घबरा गए। यह हमला ईरान और इजराइल के बीच जारी संघर्ष के चौथे दिन हुआ, जिससे पूरे क्षेत्र में युद्ध का खतरा और गहरा गया है।
ईरान ने कहा– प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला
संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत आमिर सईद इरावानी ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे “प्रेस की स्वतंत्रता पर सीधा हमला” बताया। उन्होंने इजराइल को “सच का सबसे बड़ा दुश्मन” करार दिया और कहा कि यह हमला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है।
ईरानी अधिकारियों के अनुसार, संघर्ष की शुरुआत से अब तक देश में 220 से अधिक नागरिकों की मौत हो चुकी है, जिनमें 20 बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा 1,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
इजराइल को भी झेलने पड़े नुकसान
इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, ईरान के जवाबी हमलों में इजराइल में कम से कम 24 लोगों की मौत हुई है और लगभग 600 लोग घायल हुए हैं।
इस घटना ने एक बार फिर इस बात की चेतावनी दी है कि ईरान और इजराइल के बीच बढ़ता संघर्ष न सिर्फ इन दोनों देशों, बल्कि पूरे क्षेत्र को बड़े युद्ध की ओर धकेल सकता है।