12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया के बोइंग-787 ड्रीमलाइनर क्रैश की जांच को लेकर नया मोड़ सामने आया है। जहां केंद्र सरकार ने इस मामले की जांच के लिए तीन महीने में रिपोर्ट देने वाला एक विशेष पैनल गठित किया है, वहीं इस बीच एक बड़ा दावा किया है अमेरिकी नेवी के पूर्व पायलट और विमानन विश्लेषक कैप्टन स्टीव स्कीबनर ने।
टेकऑफ के कुछ ही देर बाद एक्टिव हुआ RAT?
कैप्टन स्टीव ने दुर्घटना का हाई-क्वालिटी फुटेज देखने के बाद दावा किया कि विमान में टेकऑफ के तुरंत बाद Ram Air Turbine (RAT) एक्टिव हो गया था। उनका मानना है कि ऐसा केवल तब होता है जब विमान किसी गंभीर तकनीकी संकट से जूझ रहा हो।
RAT सिस्टम: कब और क्यों होता है एक्टिवेट?
विमानन पत्रकार जैकब फिलिप ने बताया कि RAT सिस्टम तब एक्टिवेट किया जाता है जब विमान का मुख्य इंजन फेल हो जाए, ऑग्जिलरी पावर यूनिट (APU) बंद हो या बैटरी सिस्टम फेलियर हो। यह एक इमरजेंसी टरबाइन है जो उड़ान में जरूरी पावर सप्लाई बनाए रखने के लिए डिजाइन की गई होती है।
सामने आया असली वीडियो, दिखा चौंकाने वाला दृश्य
पहले जो वीडियो वायरल हुआ था वह सिर्फ स्क्रीन रिकॉर्डिंग थी, जिससे कई जरूरी विवरण छूट गए थे। लेकिन जब ऑरिजनल हाई-क्वालिटी फुटेज सामने आया, तो उसमें विमान के नीचे एक छोटा प्रोपेलर नजर आया, जिसे कैप्टन स्टीव ने RAT बताया। उन्होंने बताया कि ये केवल तीन विशेष परिस्थितियों में ही एक्टिवेट होता है—
- बड़ा इलेक्ट्रिकल फेलियर
- हाइड्रोलिक सिस्टम फेल
- दोनों इंजन बंद हो जाना
चश्मदीद यात्री की गवाही बनी अहम कड़ी
हादसे में बचे इकलौते यात्री विश्वास कुमार रमेश ने बताया कि हादसे से कुछ ही पल पहले तेज धमाका हुआ और हरी व सफेद लाइटें जल उठीं। कैप्टन स्टीव के अनुसार, यह ट्रांजिशन RAT एक्टिवेशन का संकेत है, जब विमान का मुख्य पावर सिस्टम बंद होकर इमरजेंसी मोड में चला जाता है।
जांच की दिशा बदलने वाले संकेत
अब जब असली फुटेज सामने है और तकनीकी विशेषज्ञ RAT की मौजूदगी की पुष्टि कर रहे हैं, तो जांच एजेंसियों की नजरें अब इलेक्ट्रिकल और पावर सिस्टम फेलियर पर टिक गई हैं। इस घटनाक्रम ने पूरे मामले की जांच की दिशा ही बदल दी है, और यह संकेत दे दिया है कि हादसे की जड़ें विमान की तकनीकी प्रणाली में छिपी हो सकती हैं।