लॉर्ड्स में हुए तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया को 22 रनों से हार झेलनी पड़ी। इंग्लैंड ने भारत को जीत के लिए 193 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसके जवाब में भारतीय टीम सिर्फ 170 रन बनाकर सिमट गई।
लॉर्ड्स में खेले गए टेस्ट मैच में टीम इंडिया को इंग्लैंड के खिलाफ 22 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस सीरीज में फिलहाल भारतीय टीम 1-2 से पीछे है। इस मैच के बाद दुनिया भर के क्रिकेट एक्सपर्ट्स इस मुकाबले पर अपनी राय दे रहे हैं। कोई रवींद्र जडेजा को लेकर बोल रहा है तो कोई शुभमन गिल की कप्तानी पर सवाल उठा रहा है। इसी कड़ी में पूर्व भारतीय टेस्ट कप्तान अनिल कुंबले ने हैरान करने वाला बयान दिया है.
अनिल कुंबले ने रवींद्र जडेजा के खेलने के अंदाज़ पर उठाए सवाल
पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले का मानना है कि लॉर्ड्स टेस्ट की चौथी पारी में रवींद्र जडेजा को स्पिनर शोएब बशीर के खिलाफ मोहम्मद सिराज को स्ट्राइक देने के बजाय खुद आक्रामक खेल दिखाना चाहिए था। कुंबले के मुताबिक, अगर जडेजा जोखिम लेकर बड़े शॉट खेलते, तो शायद मैच का नतीजा कुछ और होता। गौरतलब है कि इस मैच में जडेजा ने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ मिलकर टीम को मुकाबले में वापस लाने की पूरी कोशिश की, लेकिन अंत में भारतीय टीम जीत नहीं दर्ज कर पाई।
लॉर्ड्स टेस्ट पर क्या बोले कुंबले?
जियो हॉटस्टार से बातचीत में अनिल कुंबले ने कहा, “इस मैच को देखकर मुझे चेन्नई में पाकिस्तान के खिलाफ खेला गया टेस्ट मैच याद आ गया, जिसमें हम सिर्फ 12 रन से हार गए थे। सिराज का आउट होना भी कुछ वैसा ही था। भारत जीत से केवल 22 रन दूर था। जडेजा एक छोर पर खड़े रहे। वह टीम को जीत के करीब लाने में तो कामयाब हुए, लेकिन इंग्लैंड ने कोई गलती नहीं की।”
जडेजा को करना चाहिए था कमजोर गेंदबाजों को निशाना – कुंबले
कुंबले ने आगे कहा, “जडेजा को अपने मुताबिक गेंदबाज चुनकर उन पर अटैक करना चाहिए था। क्रिस वोक्स, जो रूट और बशीर जैसे गेंदबाज उतना खतरनाक साबित नहीं हो रहे थे। बशीर और रूट की गेंदों में खास टर्न नहीं था। उस वक्त अगर कोई जोखिम ले सकता था, तो वो जडेजा थे। उन्होंने बुमराह और सिराज के साथ बल्लेबाजी करते हुए अपने पास स्ट्राइक रखकर अच्छा किया, लेकिन सिराज को बशीर का पूरा ओवर खेलने देना बहुत बड़ा रिस्क था। उन्हें खुद आक्रामक रुख अपनाना चाहिए था।”