डिजिटल पेमेंट यूजर्स के लिए जरूरी खबर!
अगर आप BHIM, Google Pay या PhonePe जैसे UPI ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं, तो 1 अगस्त से कुछ अहम बदलाव लागू होने वाले हैं। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI में नए नियम बनाए हैं, जिनका असर बैलेंस चेक, ऑटो-पे रिक्वेस्ट, फेल ट्रांजैक्शन अपडेट और अकाउंट वेरिफिकेशन पर पड़ेगा। आइए जानते हैं क्या बदलने वाला है:
1 अगस्त से क्या बदल जाएगा?
🔹 UPI ऑटो-पे रिक्वेस्ट का समय तय
अगर आपने OTT सब्सक्रिप्शन, SIP या रेंट के लिए ऑटो-पे सेट किया है, तो अब ये रिक्वेस्ट दिन के खास समय पर ही प्रोसेस होंगी। सुबह 10 बजे से पहले, दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे के बीच और रात 9:30 बजे के बाद ही ऑटो-पे रिक्वेस्ट भेजी जाएंगी। इसका मकसद पीक टाइम पर सर्वर लोड कम करना है। यूजर्स को इसके नोटिफिकेशन भी मिलेंगे।
🔹 बैलेंस चेक पर लिमिट
बार-बार बैलेंस चेक करने से सर्वर पर ज्यादा लोड पड़ता है, खासकर जब बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल होता है। नए नियम के मुताबिक, यूजर एक दिन में केवल 50 बार ही बैलेंस चेक कर पाएंगे।
🔹 फेल ट्रांजैक्शन का तुरंत अपडेट
अब अगर कोई ट्रांजैक्शन फेल होता है, तो पहले की तरह “प्रोसेसिंग” या “पेंडिंग” नहीं दिखेगा। यूजर को कुछ ही सेकंड में असली पेमेंट स्टेटस पता चल जाएगा। साथ ही अगर कोई ट्रांजैक्शन अटक जाए, तो यूजर 90 सेकंड के अंतर पर तीन बार उसका स्टेटस चेक कर पाएंगे।
🔹 अकाउंट वेरिफिकेशन और मजबूत होगा
अब UPI ऐप में नया बैंक अकाउंट जोड़ते समय वेरिफिकेशन प्रक्रिया और सख्त होगी। बैंक की तरफ से भी कन्फर्मेशन जरूरी होगा, जिससे सुरक्षा और बढ़ेगी।