मेरठ की कॉलोनी में हिंदुओं को प्लॉट न बेचने का मामला गरमाया, मंत्री ने की जांच की मांग, खामियां मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी
मेरठ की अब्दुल्लाह कॉलोनी में हिंदुओं को प्लॉट न बेचने और एंट्री पर रोक लगाए जाने का मामला तेजी से सुर्खियों में आ गया है। उत्तर प्रदेश सरकार के ऊर्जा राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर ने धार्मिक भेदभाव और गैंगस्टर से जुड़े आरोपों की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। उन्होंने मेरठ के डीएम डॉ. वी.के. सिंह को पत्र लिखकर कॉलोनी के नक्शे और स्थलीय निर्माण की पड़ताल करने का अनुरोध किया है।
मंत्री तोमर ने कहा कि कॉलोनी में एक मस्जिद का निर्माण भी बिना अनुमति और मानचित्र के किया गया है, जिसकी पूरी जांच होनी चाहिए। साथ ही, उन्होंने चेतावनी दी कि अगर अनियमितताएं पाई गईं तो बुलडोजर की कार्रवाई से कोई नहीं बचेगा।
यह कॉलोनी मेरठ के दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में हापुड़ रोड पर पिछले दस वर्षों से विकसित की जा रही है, लेकिन अब उस पर संकट के बादल छा गए हैं। आरोप है कि प्लॉट खरीदने वालों के साथ धार्मिक आधार पर भेदभाव किया जा रहा है, और हिंदुओं को प्रवेश व खरीदारी से रोका जा रहा है।
इसके अलावा, जिस जमीन पर कॉलोनी बन रही है, वह एक गैंगस्टर के परिवार से जुड़ी बताई जा रही है। कॉलोनी का नाम भी गैंगस्टर के बेटे के नाम पर रखा गया है, जिससे मामले की गंभीरता और बढ़ गई है।
न्यूज 18 से बातचीत में मंत्री सोमेंद्र तोमर ने कहा कि पूर्व सरकारें अपराधियों और गैंगस्टरों को संरक्षण देती थीं, लेकिन योगी सरकार में ऐसे तत्वों के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि धर्म के आधार पर भेदभाव को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर जांच में दोष पाए गए तो सख्त कार्रवाई और बुलडोजर चलाया जाएगा।