Thursday, September 11, 2025
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फतहनगर-सनवाड़ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पथ संचलन

फतेहनगर में भव्य पथसंचलन

फतेहनगर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में फतेह नगर सनवाड में रविवार को भव्य पथसंचलन का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम 7 सितंबर 2025 को भाद्रपद पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित हुआ, जो सायं 5 बजे से शुरू हुआ। पथसंचलन विद्या निकेतन विद्यालय से प्रारंभ होकर नगर के विभिन्न मुख्य मार्गों से होता हुआ पुनः विद्या निकेतन विद्यालय में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर शहर के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और पथसंचलन को सफल बनाया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में समाज में एकता और संगठन की भावना को बढ़ावा देने का उद्देश्य रखा गया था। इस पथसंचलन के माध्यम से संघ ने अपने आदर्शों और मूल्यों को समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचाने का प्रयास किया।

नागरिकों की भागीदारी

नगर के सज्जन शक्तियों द्वारा स्वयं सेवकों का पुष्प वर्षा कर और जयघोष द्वारा स्वागत किया गया। इस पथसंचलन ने फतेहनगर के लोगों को एकजुट करने और संघ के आदर्शों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लोगों ने पथसंचलन में शामिल स्वयंसेवकों की अनुशासन और समर्पण की भावना की प्रशंसा की।

सनवाड में पथ संचलन

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सनवाड मण्डल का पथ संचलन भी आयोजित किया गया। यह पथ संचलन रविवार दिनांक 07/09/25 को घोष वादन के साथ निकाला गया, जो प्रातः 10:15 बजे गणेश मंदिर प्रागण से प्रार्थना के पश्चात शुरू हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत गणेश मन्दिर सनवाड़ के प्रागण से प्रारम्भ होकर विभिन्न मार्गो उनिया, मौहल्ला, नीम-चोक, सदर बाजार नृसिंह मंदिर, मस्जिद गली आचार्य मोहल्ला, शिव मंदीर अखाडा बाफना मौहल्ला होते हुए, रावला चोक में सम्पन्न हुआ।

संचलन की विशेषताएं

संचलन के दौरान मार्ग में लोगों ने पुष्प वृष्टि कर भगवा ध्वज एवं स्वयं सेवकों का भव्य स्वागत किया। जगह जगह स्वागत द्वार लगाये गये। सुरक्षा एवं व्यवस्था हेतु फतेहनगर थाने का जाब्ता भी मौजूद रहा। संचलन में सबसे आगे युवा वाहीनी, बिच में घोष वादक दल, उसके पश्चात ध्वज वाहिनी, अन्तिम वाहिनी प्रौढ़ स्वयंसेवको की रही।

कार्यक्रम की सफलता

दोनों ही पथसंचलन ने अपनी भव्यता और अनुशासन से लोगों का ध्यान आकर्षित किया। इन कार्यक्रमों के माध्यम से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने समाज में एकता और संगठन की भावना को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लोगों ने इन कार्यक्रमों की सफलता के लिए संघ के स्वयंसेवकों की मेहनत और समर्पण की प्रशंसा की।

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