नवरात्र की अष्टमी या नवमी तिथि पर कन्या पूजन के बाद भक्तजन उपवास समाप्त करते हैं। आठ दिनों तक फलाहार करने के उपरांत व्रत खोलते समय अनाज का सेवन किया जाता है। प्रायः लोग पूड़ी या मसालेदार सब्ज़ियों से व्रत तोड़ते हैं, लेकिन क्या यह सही तरीका है? आइए जानते हैं उपवास खोलते समय किन बातों का पालन करना चाहिए और किनसे बचना चाहिए
1. नवरात्रि की अष्टमी या नवमी तिथि पर व्रत का समापन होता है 2. भक्तजन कन्या पूजन कर उपवास पूर्ण करते हैं 3. व्रत खोलने के बाद भोजन करते समय ज़रूरी है विशेष सावधानी |
नई दिल्ली। नवरात्रि (Navratri 2025) के दौरान अनेक श्रद्धालु नौ दिनों तक उपवास रखते हैं। परंपरा के अनुसार अष्टमी या नवमी तिथि को कन्या पूजन के बाद व्रत का समापन किया जाता है। लंबे समय तक केवल फलाहार करने के बाद जब उपवास खोला जाता है, तो इस समय खानपान में विशेष सावधानी बरतना बेहद ज़रूरी होता है, वरना यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
दरअसल, कई दिनों तक हल्का भोजन करने के बाद अचानक भारी खाना खाने से पाचन तंत्र पर दबाव बढ़ सकता है और सेहत बिगड़ सकती है। ऐसे में ज़रूरी है कि व्रत खोलते समय कुछ बातों का ध्यान रखा जाए। आइए जानते हैं उपवास के बाद क्या करें और किन चीज़ों से बचें।
✅ क्या करें?
- हल्का और सुपाच्य भोजन लें – शुरुआत फल, छाछ, दही, मूंग दाल की खिचड़ी जैसे आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थों से करें।
- लिक्विड डाइट पर ध्यान दें – नारियल पानी, ताजे फलों का रस, सूप या छाछ शरीर को हाइड्रेट करने और पाचन में मदद करने के लिए सर्वोत्तम हैं।
- कम मात्रा में बार-बार खाएं – एक बार में ज्यादा खाने की बजाय हर 2–3 घंटे में थोड़ा-थोड़ा खाएं।
- स्टीम या उबला हुआ खाना चुनें – तला हुआ और हैवी फूड छोड़कर उबले आलू, शकरकंद या भाप में पकी सब्जियों का सेवन करें।
- प्रोबायोटिक्स लें – दही और छाछ जैसे फूड्स पाचन तंत्र को मज़बूत और सक्रिय बनाते हैं।
❌ क्या न करें?
- तेल व मसालेदार भोजन से परहेज़ करें – व्रत के तुरंत बाद तला या मसालेदार खाना खाने से एसिडिटी और अपच हो सकता है।
- मीठा और प्रोसेस्ड फूड न खाएं – अधिक मिठाइयाँ या पैक्ड फूड ब्लड शुगर अचानक बढ़ा सकते हैं।
- नॉन-वेज या भारी प्रोटीन से बचें – व्रत के तुरंत बाद इन्हें खाने से पाचन बिगड़ सकता है।
- कैफीन और कोल्ड ड्रिंक्स न लें – चाय, कॉफी और सोडा जैसी चीजें गैस और एसिडिटी बढ़ा सकती हैं।
- जल्दबाजी में न खाएं – धीरे-धीरे, अच्छे से चबा कर भोजन करें ताकि पेट पर दबाव न पड़े।
👉 निष्कर्ष:
व्रत खोलते समय हल्के, पौष्टिक और सुपाच्य आहार से शुरुआत करें और धीरे-धीरे सामान्य डाइट पर लौटें। इससे न केवल पाचन तंत्र मज़बूत रहेगा बल्कि उपवास का स्वास्थ्य लाभ भी पूरी तरह मिलेगा।