फतहनगर, 30 अक्टूबरl आंवला नवमी के पावन अवसर पर श्री लक्ष्मीनारायण (सत्यनारायण) अखाड़ा मंदिर, फतहनगर में दीपोत्सव और विशाल अन्नकूट महोत्सव का भव्य आयोजन अत्यंत श्रद्धा और उल्लास के साथ संपन्न हुआ। रंग-बिरंगी फरियां, दीपों की जगमगाहट और पुष्प सज्जा ने पूरे मंदिर परिसर को मनोहारी रूप में सुसज्जित किया, जिससे नगरवासियों और श्रद्धालुओं का हृदय भक्ति और उल्लास से भर गया।
मंगल दीप प्रज्वलन और महाआरती से भव्य आरंभ
सायं 7:15 बजे भव्य मंगल दीप प्रज्वलन के साथ भगवान श्री लक्ष्मीनारायण, श्री रामलला सरकार और श्री खेड़ापति हनुमानजी की महाआरती संपन्न हुई। दीपों की रौशनी और भक्ति संगीत की मधुर ध्वनियों ने पूरे मंदिर परिसर को भक्तिरस से आलोकित कर दिया। श्रद्धालुओं ने हाथ जोड़कर आरती में भाग लिया और पूरे वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।
महंत शिव शंकरदास महाराज के मार्गदर्शन में छप्पन भोग
महंत शिव शंकरदास महाराज हे अयोध्या हनुमान गढ़ी निवा॑णी अखाड़ा से हे सम्बंधित हे महत जी मंदिर के प्रमुख मार्गदर्शक हैं। उनके अनुभव और समर्पण से मंदिर के सभी धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ संपन्न होते हैं।
इस अवसर पर उनके नेतृत्व में 61 क्विंटल सब्जी और 8 क्विंटल शक्कर की मिठाइयों का भव्य छप्पन भोग अर्पित किया गया। महंत शिव शंकरदास महाराज के मार्गदर्शन में यह आयोजन सुव्यवस्थित, भव्य और भक्तिरसपूर्ण बनता है। भक्तगण उनके आशीर्वाद से आध्यात्मिक शांति का अनुभव करते हैं और समाज में भक्ति, सेवा और एकता का संदेश फैलता है।
अन्नकूट महोत्सव की परंपरा और भव्य स्वरूप
इस अन्नकूट महोत्सव की शुरुआत द्वारकाधीश मंदिर की परंपरा से जो कई वर्षों से चली आ रही है। पहले यह आयोजन केवल एक छोटे रुप से शुरू हुआ लेकिन आज यह 61 क्विंटल भव्य अन्नकूट के रूप में बदल चुका है। इस विशाल भोग ने पूरे नगर में श्रद्धालुओं को आकर्षित किया और मंदिर परिसर को उल्लास और भक्ति की भावना से भर दिया।
भक्ति और आस्था का अद्भुत संगम
दीपोत्सव और अन्नकूट महोत्सव में भजन, कीर्तन और महाआरती का अद्भुत संगम देखने को मिला। श्रद्धालुओं ने भगवान के चरणों में नमन कर अपने परिवार और समाज की सुख-समृद्धि की कामना की। देर रात तक मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़ बनी रही और पूरे नगर में भक्ति और उल्लास का वातावरण बना रहा।
समिति, नगर वासियों और सहयोगियों की सक्रिय सहभागिता
इस भव्य आयोजन में मंदिर मण्डल अध्यक्ष कैलाशचन्द्र अग्रवाल कोषाध्यक्ष मनीष पालीवाल सचिव कैलाश खण्डेलवाल जगदीशचंद्र मून्दड़ा, विनोद अग्रवाल, शिवलाल बांगला,भगवान् माली विजय माली विनोद अगवा मनीष पार्षद पंकज शर्मा, राहुल पालीवाल, , बंशीलाल कुमावत, प्रहलाद मण्डोवरा दीपक अग्रवाल ललित शर्मा, मुकेश शर्मा और श्याम लाल बंसल सहित नगरवासी उपस्थित रहे।
मंदिर के धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम महंत शिव शंकरदास महाराज के नेतृत्व, समिति सदस्यों की मेहनत और नगर वासियों के सहयोग से भव्य और सफल बनाए गए। उनकी संयुक्त पहल से यह पर्व भक्तिरस और उल्लास का प्रतीक बन गया।
मन्दिर महीला मण्डल का 365 दिन भजन कीर्तन होता हे यहा आने वाले सन्तों कि सेवा कि जाती हे|
आध्यात्मिक संदेश और प्रेरणा
महंत शिव शंकरदास महाराज के मार्गदर्शन में और नगर वासियों तथा समिति सदस्यों के सहयोग से लक्ष्मीनारायण सत्यनारायण अखाड़ा मंदिर ने आंवला नवमी पर न केवल भव्य अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया बल्कि समाज में भक्ति, सेवा और एकता का संदेश भी फैलाया। यह आयोजन नगरवासियों और श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक आनंद और प्रेरणा का स्रोत बना।

