अमेरिका लगातार चीन पर टैरिफ का दबाव बढ़ा रहा है, लेकिन चीन भी हर बार करारा जवाब दे रहा है। शी जिनपिंग फिलहाल ‘पुष्पा मोड’ में हैं — “झुकेगा नहीं!” आइए जानते हैं वो 5 बड़े कारण, जिनकी बदौलत चीन इस ट्रेड वॉर में डटा हुआ है और मजबूती से अमेरिका की चुनौतियों का सामना कर रहा है। शी जिनपिंग ने साफ कर दिया है — चीन किसी भी दबाव में झुकने वाला नहीं है
अमेरिका-चीन टैरिफ वॉर में चीन ने कड़ा रुख अपनाया है। शी जिनपिंग अमेरिका के दबाव में झुकने को तैयार नहीं हैं। चीन ने अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर 84% तक के टैरिफ लगाए। |
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया के अधिकतर देशों पर टैरिफ लगाने का फैसला वापस ले लिया, लेकिन चीन के लिए कोई रियायत नहीं दी। उल्टा बीजिंग पर लगने वाले टैरिफ को बढ़ाकर 125% तक कर दिया। इसके जवाब में चीन ने भी पलटवार करते हुए अमेरिकी उत्पादों पर 84% तक टैरिफ लगा दिए और साफ कर दिया कि वह आखिरी दम तक मुकाबला करेगा।
चीन की ये सख्त प्रतिक्रिया दुनिया को ये संदेश दे रही है कि वह अमेरिकी दबाव के आगे झुकने वाला नहीं है। तो आइए, नजर डालते हैं उन 5 मजबूत वजहों पर, जिनके चलते शी जिनपिंग पूरी मजबूती से अमेरिका को टक्कर दे रहे हैं:
1. शी जिनपिंग की स्पष्ट रणनीति: हर हाल में ताकत का प्रदर्शन
शी जिनपिंग टैरिफ वॉर में ट्रंप को किसी भी तरह का जीत का रास्ता नहीं देना चाहते। उनका रुख बिल्कुल साफ है — चीन किसी भी दबाव में नहीं झुकेगा। चीन की सरकारी मीडिया भी राष्ट्रवादी तेवरों के साथ इस संघर्ष को देशभक्ति का रूप दे रही है। पीपुल्स डेली ने भी दो टूक कहा है कि चीन के पास अमेरिका के साथ आर्थिक जंग लड़ने का अनुभव और घरेलू उद्योग को सहारा देने के लिए मजबूत योजनाएं हैं।
2. दीर्घकालिक तैयारी: रणनीतिक सूझबूझ का नतीजा
बीजिंग ने ऐसे मौकों के लिए कई वर्षों से खुद को तैयार किया है। ट्रंप के पहले ट्रेड वॉर के बाद चीन ने अपनी अर्थव्यवस्था की अमेरिका पर निर्भरता कम करने के लिए व्यापक रणनीति अपनाई, जिससे आज वह बेहतर स्थिति में है।
3. शी जिनपिंग की स्थिर सत्ता बनाम ट्रंप की चुनौतियां
जहां शी जिनपिंग चीन में राष्ट्रपति पद पर स्थिर हैं, वहीं ट्रंप घरेलू मोर्चे पर विरोध का सामना कर रहे हैं। अमेरिका में वॉल स्ट्रीट से लेकर सड़कों तक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इससे चीन को भरोसा है कि अमेरिका का घरेलू दबाव बढ़ेगा और वह अपनी शर्तें मनवाने में सफल रहेगा।