भगवती जोशी
फतहनगर l फतहनगर-सनवाड नगर पालिका में वार्ड सीमांकन का मुद्दा गरमाया हुआ है. भाजपा पार्षदों का कहना है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के पक्षपाती वार्ड सीमांकन का खामियाजाना आज दिन तक क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा है.
वार्ड 19 के पार्षद विनोद धर्मावत का कहना है कि नगर पालिका क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 25,000 है. पालिका के वार्ड के हिसाब से प्रत्येक वार्ड में 950 से 1000 मतदाता होने चाहिए. कॉग्रेस शासन मे वार्डों का परिसीमन सही ढंग से नहीं किया गया. किसी वार्ड को 600 मतदाताओं का तो किसी वार्ड का 1300 मतदाता वाला बना दिया गया.
उन्होंने कहा कि कहीं-कहीं तो यह स्थिति है कि एक ही गली को दो से तीन वार्डों में विभक्त कर दिया गया है, जबकि राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार एक पूरी गली को एक वार्ड में दिया जाना चाहिए।
धर्मावत ने कहा कि पालिका क्षेत्र के पूर्व परिसीमन अधिकारी ने दूर दराज के इलाके को तीन से चार टुकड़ों को जोड़कर एक वार्ड बना डाला. वहीं दूसरी और आसपास के मोहल्लों को 3 से 4 वार्ड में विभक्त कर दिया. भाजपा पार्षद इस संबंध में परिसीमन अधिकारी उपखंड अधिकारी, जिला कलक्टर, स्वायत शासन विभाग को ज्ञापन प्रेषित कर 25 वार्ड का पुनर्गठन आबादी के अनुपात में निष्पक्ष रूप से करने की बात कही. भारतीय जनता पार्टी के उदयपुर देहात विस्तारक कल्याण सिंह पोखरना ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर नगर पालिका फतहनगर सनवाड के पुनः सीमांकन कराने की मांग की । पत्र में बताया की 25 वार्डों का जो पुन सीमांकन कल 25 हजार की आबादी के अनुपात में नहीं हो रहा है.
क्या कहना है नगर पालिका अधिशासी अधिकारी का
इस संदर्भ में फतहनगर सनवाड नगर पालिका क्षेत्र की अधिशासी अधिकारी छैल कुंवर बताया की पालिका क्षेत्र के वार्ड का पुन सीमांकन राज्य सरकार की नियमावली के तहत ही निष्पक्ष रूप से बिना किसी दबाव के किया जा रहा है.
वार्डों के सीमांकन को लेकर आपत्तियां बीती 17 अप्रैल तक मांगी गई थी. उन पर यथा उचित टिप्पणी के साथ रिपोर्ट उच्च अधिकारीयों को प्रेषित कर दी गई है. ज्यादातर आपत्तियां सामान्य श्रेणी की थी विशेष स्थितियों के मामलों में सामान्य जन की बात सुनने के लिए राज्य सरकार हमेशा तत्पर है.