भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 6 मई 2025 को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए, जो 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब थे, जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए थे । भारतीय वायुसेना ने इन हमलों में राफेल लड़ाकू विमानों का उपयोग किया, जो SCALP और AASM Hammer मिसाइलों से लैस थे । हमलों में जैश-ए-मोहम्मद के चार, लश्कर-ए-तैयबा के तीन और हिज्बुल मुजाहिदीन के दो ठिकानों को निशाना बनाया गया । इन हमलों में बहावलपुर, मुरीदके, कोटली, गुलपुर, भिंबेर, शकरगढ़, महमूना, सरजाल तेहरा कलां और बरनाला जैसे स्थानों पर स्थित आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया ।
इस कार्रवाई में लगभग 70 आतंकवादी मारे गए और 60 से अधिक घायल हुए । पाकिस्तान ने इन हमलों को “युद्ध का कृत्य” करार देते हुए जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है । अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है । ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की ओर से आतंकवाद के खिलाफ एक सशक्त और सटीक जवाब था, जिससे यह संदेश गया कि भारत अब किसी भी आतंकी हमले को बिना जवाब नहीं छोड़ेगा ।
भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए थे। भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान की सीमा के अंदर 100 किलोमीटर तक स्थित नौ प्रमुख आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें जैश-ए-मोहम्मद के चार, लश्कर-ए-तैयबा के तीन और हिज्बुल मुजाहिदीन के दो ठिकाने शामिल थे।
हमलों में बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट, कोटली, बाघ, गुलपुर, भिंबेर, शकरगढ़ और मुजफ्फराबाद जैसे इलाके शामिल थे, जहां इन आतंकी संगठनों के ठिकाने स्थित थे। भारतीय वायुसेना ने राफेल लड़ाकू विमानों का उपयोग करते हुए SCALP और AASM Hammer मिसाइलों से इन ठिकानों को निशाना बनाया। इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान ने इसे “युद्ध का कृत्य” करार दिया है और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की ओर से आतंकवाद के खिलाफ एक सशक्त और सटीक जवाब था, जिससे यह संदेश गया कि भारत अब किसी भी आतंकी हमले को बिना जवाब नहीं छोड़ेगा।
भारतीय वायुसेना ने 7 मई 2025 की तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। यह कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की गई, जो 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या का प्रतिशोध था। सूत्रों के अनुसार, इन हमलों में जैश-ए-मोहम्मद के 4, लश्कर-ए-तैयबा के 3 और हिज्बुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। हमलों में राफेल लड़ाकू विमानों का उपयोग किया गया, जो SCALP और HAMMER मिसाइलों से लैस थे। इन हमलों में 70 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने की सूचना है।पाकिस्तान ने इन हमलों को “कायराना हमला” करार देते हुए जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है। पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि उसने भारतीय वायुसेना के पांच लड़ाकू विमानों को मार गिराया है, हालांकि भारत ने इस दावे का खंडन किया है।इस सैन्य कार्रवाई के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने संयम बरतने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने दोनों पक्षों से स्थिति को और न बिगाड़ने का आग्रह किया है।’ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की ओर से आतंकवाद के खिलाफ एक सशक्त और सटीक जवाब था, जिससे यह संदेश गया कि भारत अब किसी भी आतंकी हमले को बिना जवाब नहीं छोड़ेगा।
भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन के 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के प्रतिशोध में की गई। भारत ने इस ऑपरेशन की जानकारी अमेरिका, रूस, ब्रिटेन और अन्य प्रमुख देशों को आधी रात को दी, ताकि किसी भी संभावित प्रतिक्रिया से पहले अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अवगत कराया जा सके।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत जिन 9 ठिकानों को निशाना बनाया गया, उनमें से प्रमुख थे:
- बहावलपुर (Bahawalpur) – यहां जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय स्थित था, जिसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया।
- मुरीदके (Muridke) – लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय और ट्रेनिंग सेंटर यहां स्थित था, जिसे भी तबाह कर दिया गया।
- गुलपुर (Gulpur) – यहां से पुंछ और राजौरी में आतंकी हमलों की साजिशें रची जाती थीं।
- तंगधार (Tangdhar) – यहां लश्कर का कैंप था, जो पहलगाम हमले में शामिल था।
- बिलाल कैंप (Bilal Camp) – यह जैश-ए-मोहम्मद का लॉन्चपैड था, जिसे नष्ट किया गया।
- कोटली (Kotli) – यहां लश्कर का बमबारी प्रशिक्षण केंद्र था, जिसे निशाना बनाया गया।
- बरनाला कैंप (Barnala Camp) – यहां हिज्बुल मुजाहिदीन का ट्रेनिंग सेंटर था, जिसे नष्ट किया गया।
- सरजाल तेहरा कलां (Sarjal Tehra Kalan) – यहां जैश का कैंप था, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटा हुआ था।
- महमूना कैंप (Mahmuna Camp) – यहां हिज्बुल मुजाहिदीन का प्रशिक्षण केंद्र था, जिसे नष्ट किया गया।
इन ठिकानों को निशाना बनाने का उद्देश्य आतंकवादी समूहों की गतिविधियों को कमजोर करना और भारत पर हमलों की साजिशों को नाकाम करना था। भारत ने इस ऑपरेशन को सटीक, संयमित और गैर-उत्तेजक बताया, जिसमें पाकिस्तान की सैन्य सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया गया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई कार्रवाई में लगभग 70 आतंकवादी मारे गए और 60 से अधिक घायल हुए। इससे आतंकवादी समूहों की संचालन क्षमता को गंभीर नुकसान पहुंचा है।इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान ने इसे “युद्ध का कृत्य” करार दिया और भारतीय विमानों को मार गिराने का दावा किया। इसके परिणामस्वरूप नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारी गोलाबारी हुई, जिसमें दोनों देशों के नागरिकों की जान गई। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस स्थिति पर चिंता व्यक्त की है और दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है, ताकि क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखी जा सके।
भारत ने 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। इस कार्रवाई में भारतीय वायुसेना, सेना और नौसेना ने संयुक्त रूप से भाग लिया, जिससे 100 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने की सूचना है।
क्यों चुने गए ये 9 ठिकाने?
इन ठिकानों को भारतीय खुफिया एजेंसियों और सैन्य बलों ने उनकी रणनीतिक महत्वता और भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों में उनकी भूमिका के आधार पर चुना। ये ठिकाने पाकिस्तान और PoK में स्थित हैं, जो भारत में हुए प्रमुख आतंकी हमलों और घुसपैठ की साजिशों से जुड़े रहे हैं।
इन ठिकानों पर की गई हवाई हमलों से भारत ने स्पष्ट संदेश दिया है कि वह अपनी धरती पर आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगा।