दुनिया का सबसे खतरनाक बम: यह कोई सामान्य हथियार नहीं, बल्कि इतनी ताकतवर है कि परमाणु बम भी इसके सामने फीका लगने लगता है। इसकी मौजूदगी मात्र से दुश्मन देशों की नींद उड़ी रहती है और दुनिया की महाशक्तियाँ भी इसकी ताकत से कांपती हैं
हाइड्रोजन बम: परमाणु बम से भी हज़ार गुना खतरनाक हथियार
यह कोई आम हथियार नहीं है — यह वो विनाशकारी ताकत है जिसके सामने परमाणु बम भी बौना नजर आता है। हाइड्रोजन बम, जिसे थर्मोन्यूक्लियर बम भी कहा जाता है, दुनिया का सबसे घातक हथियार माना जाता है।
1. हाइड्रोजन बम बनाम परमाणु बम
- परमाणु बम केवल विखंडन (Fission) पर काम करता है, जिसमें यूरेनियम या प्लूटोनियम के नाभिक टूटते हैं।
- हाइड्रोजन बम में विखंडन + संलयन (Fusion) दोनों होते हैं, जिसमें ड्यूटेरियम और ट्रिटियम जैसे हाइड्रोजन समस्थानिक जुड़ते हैं और कई गुना अधिक ऊर्जा छोड़ते हैं।
2. ताकत का अंदाज़ा
- हिरोशिमा पर गिराया गया परमाणु बम सिर्फ 15 किलोटन का था।
- जबकि हाइड्रोजन बम की शक्ति 10 मेगाटन (10 लाख टन TNT) तक हो सकती है — यानी 1000 गुना ज्यादा तबाही।
3. पहला परीक्षण
1952 में अमेरिका ने ‘आइवी माइक’ नाम से पहला हाइड्रोजन बम परीक्षण किया, जिसकी ताकत 10.4 मेगाटन थी। इस धमाके ने पूरे द्वीप को ही खत्म कर दिया।
4. सूरज जैसा विस्फोट
हाइड्रोजन बम में वही प्रक्रिया होती है जो सूरज में होती है — हाइड्रोजन परमाणु आपस में मिलकर हीलियम बनाते हैं और विशाल ऊर्जा का विस्फोट करते हैं।
5. क्यों है यह बम इतना खतरनाक?
- पलभर में शहर तबाह
- 5 से 10 मील तक सबकुछ राख
- रेडिएशन से लंबे समय तक बीमारियाँ और मौत
6. बनाना आसान नहीं
हाइड्रोजन बम बनाना बेहद जटिल है। इसमें संलयन को नियंत्रित करना होता है, जिसके लिए पहले एक छोटा परमाणु विस्फोट कराया जाता है।
7. कहां है यह बम?
- अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन के पास हाइड्रोजन बम है।
- उत्तर कोरिया ने भी दावा किया है।
- भारत और पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार तो हैं, लेकिन हाइड्रोजन बम की पुष्टि नहीं हुई।
8. युद्ध में अब तक इस्तेमाल नहीं
हाइड्रोजन बम अब तक किसी युद्ध में इस्तेमाल नहीं हुआ, लेकिन इसके परीक्षणों ने दुनिया को डरा दिया है। यह एक ऐसा हथियार है जिसे देश आखिरी विकल्प के रूप में रखते हैं।
9. खतरा और संतुलन
हाइड्रोजन बम जितना विनाशकारी है, उतना ही यह भय का संतुलन (Deterrence) भी बनाए रखता है। लेकिन अगर यह गलत हाथों में चला जाए, तो पूरी मानवता संकट में पड़ सकती है।