🔴 Highlights
- अलवर में महिला ने प्रेमी और भाड़े के हत्यारों से करवाई पति की हत्या।
- 9 साल का बेटा बना चश्मदीद गवाह, सोने का नाटक कर देखी वारदात।
- हत्या 7 जून की रात खेरली इलाके में हुई, आरोपी अनीता गिरफ्तार।
- पुलिस ने 100 CCTV फुटेज खंगालकर 48 घंटे में सुलझाया केस।
- हत्या के लिए चार शूटरों को दिए गए थे 2 लाख रुपये।
राजस्थान के अलवर में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें 9 साल के मासूम बेटे ने ही अपने पिता के कत्ल का राज़ खोल दिया। मामला खेरली इलाके का है, जहां 7 जून की रात वीरू उर्फ मान सिंह जाटव की हत्या कर दी गई। हैरानी की बात ये है कि इस कत्ल की साजिश खुद मृतक की पत्नी अनीता ने रची थी—अपने प्रेमी और चार भाड़े के हत्यारों की मदद से।
इस वारदात को सुलझाने में पुलिस ने करीब 100 CCTV फुटेज खंगाले और महज 48 घंटे के अंदर ही पूरी सच्चाई सामने आ गई। लेकिन जो सबसे बड़ा गवाह बना, वो था दंपती का 9 साल का बेटा—जिसने घटना की रात सब कुछ अपनी आंखों से देखा और सोने का नाटक कर चुपचाप सारा मंजर याद रखा।

बच्चे की गवाही ने खोला राज़
बच्चे ने पुलिस को बताया, “रात में मम्मी ने जानबूझकर मेन गेट खुला छोड़ा था। आधी रात के बाद चार लोग घर में घुसे। मैं सोने का नाटक कर रहा था लेकिन सब देख रहा था।”
उसने कहा कि इन चार लोगों में से एक को वह पहचानता है—काशीराम प्रजापत, जो उसकी मां अनीता का प्रेमी निकला।
बच्चे ने आगे बताया, “मैंने देखा मम्मी दरवाजा खोल रही थीं, और काशी अंकल बाहर खड़े थे। वे सब अंदर आए। पापा को घूंसे मारे, पैर मरोड़े और उनका गला दबा दिया। मैंने पापा को आवाज़ दी तो काशी अंकल ने मुझे गोद में उठाकर डांटा और धमकाया। मैं डर से चुप हो गया।”
हत्या को बीमारी बताने की कोशिश
अनीता ने शुरुआत में दावा किया कि वीरू की मौत बीमारी से हुई है, लेकिन जब शव पर चोट के निशान, टूटे दांत और दम घुटने की आशंका सामने आई तो मामला संदिग्ध लगने लगा। वीरू के भाई ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, और फिर जांच शुरू हुई।
अनीता और काशीराम का रिश्ता
पुलिस जांच में सामने आया कि अनीता एक जनरल स्टोर चलाती थी। वहीं कचौड़ी बेचने वाला काशीराम अक्सर उसकी दुकान पर आता था। वक्त के साथ दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और दोनों ने मिलकर वीरू को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली। उन्होंने चार शूटरों को 2 लाख रुपये में सुपारी दी।