क्रेडिट: ब्यूरो डेस्क
Railway Stocks: जुलाई से अक्टूबर, करीब 4 महीनों की पिटाई के बाद रेलवे सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के शेयर एक बार फिर से ट्रैक पर वापस आ गए हैं। पिछले एक महीने के दौरान इनमें अच्छी खासी तेजी देखने को मिली है। लेकिन क्या इन सब वजहों से इन स्टॉक्स पर दोबारा भरोसा जताया जाना चाहिए, या फिर इनमें धोखा मिलने का चांस है?
Railway Stocks: जुलाई से अक्टूबर, करीब 4 महीनों की पिटाई के बाद रेलवे सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के शेयर एक बार फिर से ट्रैक पर वापस आ गए हैं। पिछले एक महीने के दौरान इनमें अच्छी खासी तेजी देखने को मिली है। मार्केट एक्सपर्ट्स की मानें तो इस तेजी के पीछे कई वजहें हैं। मसलन, लंबे करेक्शन के बाद इनका वैल्यूएशन सस्ता हुआ है। आगामी बजट में कई नए ऐलानों की उम्मीद की जा रही है। इसके अलावा चुनाव खत्म होने के बाद रेलवे से जुड़े ठेकों में एक बार फिर से तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है। लेकिन क्या इन सब वजहों से इन स्टॉक्स पर दोबारा भरोसा जताया जाना चाहिए, या फिर इनमें धोखा मिलने का चांस है?
पिछले एक महीने में रेलवे स्टॉक्स 10 से 17 फीसदी तक ऊपर गए हैं। IREC के शेयर में 12 फीसदी की तेजी आई है। जूपिटर वैगंस 17 फीसदी ऊपर गया है। रेलटेल कॉरपोरेशन के शेयर में 14 फीसदी तेजी आई है। वहीं टेक्समैको रेल 10 पर्सेंट जबकि टीटागढ़ रेलसिस्टम्स 11 फीसदी ऊपर गया।
मोतीलाल ओसवाल के सिद्धार्थ खेमका ने बताया कि कई सारी वजहों के चलते रेलवे स्टॉक्स एक फिर से फोकस में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि, “मौजूदा वित्त वर्ष में अब तक सरकारी खर्च कमजोर रहा है, इसलिए बाजार को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में इसमें तेजी आएगी। कई सारे रेलवे कॉन्ट्रैक्ट्स हाल में देखने को भी मिले हैं।”
सरकारी खर्च बढ़ने की उम्मीदें इसलिए भी बढ़ी हैं क्योंकि नवंबर महीने के अंत में यूनियन कैबिनेट ने करीब 7,927 करोड़ रुपये के तीन रेलवे प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी थी। ये तीनों प्रोजेक्ट्स पीएम-गति शक्ति प्लान के मुताबिक है। इसके अलावा अब आम बजट पेश होने में बस एक-डेढ़ महीने का समय बचा है। निवेशको ये उम्मीद जता रहे है कि सरकार इस बजट में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए कुछ बड़े ऐलान कर सकती है। इसके सबसे बीच एक वजह यह भी रेलवे स्टॉक्स पिछले 3-4 महीनों के दौरान कुछ सस्ते हुए हैं, जिससे वैल्यूएशन के मोर्च पर कुछ राहत मिली है। जूपिटर वैगंस, IRFC, टेक्समैको रेल, टीटागढ़ रेलसिस्टम्स और रेलटेल कॉरपोरेशन, इन सभी में जुलाई से अक्टूबर के दौरान 10 से 34 सदी तक की गिरावट देखने को मिली थी। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है पिछले 2 सालों के दौरान आई बेताहाशा रेली के बाद यह करेक्शन काफी जरूरी था।
क्या रेलवे स्टॉक्स में करना चाहिए निवेश?
सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि इस करेक्शन के बाद ही अब निवेशकों ने इन स्टॉक को दोबारा देखना शुरू किया है। खेमका का मानना है कि मौजूदा स्तर पर निवेशक रेलवे स्टॉक में कुछ फंड लगाने की सोच सकते हैं। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि इन स्टॉक्स में बड़ा पैसा तभी लगाएं, जब आपको असल में सरकार की तरफ से कोई एक्शन आता हुए दिखे।
उन्होंने कहा कि फिलहाल इन स्टॉक्स को लेकर सिर्फ बहुत सारी उम्मीदे हैं, लेकिन ये उम्मीदें कितनी खरी होंगी, इसी से इनका भविष्य तय होगा। अगर रेलवे से जुड़े नए ठेके लगातार आते हैं तो फिर ये शेयर दोबारा भाग सकते हैं।हालांकि शेयरखान के संजीव होता अभी भी इन स्टॉक्स पर बुलिश नहीं हैं।
संजीव ने कहा कि हालिया करेक्शन के बावजूद अभी भी इन स्टॉक्स को रिस्क-रिवार्ड रेशियो अच्छा नहीं दिख रहा है। ऐसे में इनमें बड़ा दांव लगाने से पहले थोड़ा और इंतजार करना चाहिए।