Jagdeep Dhankhar Resign:
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को लेकर चर्चाएं तेज़ हैं। विपक्ष ने इस्तीफे के वक्त पर सवाल उठाए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर नोटिस स्वीकार करने के बाद दो मंत्रियों ने धनखड़ को फोन किया। इसके बाद वह राज्यसभा की दूसरी बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में भी शामिल नहीं हुए, और कुछ देर बाद ही अपना इस्तीफा सौंप दिया।
1.दो मंत्रियों ने धनखड़ को फोन कर दी थी खास जानकारी। 2.जस्टिस वर्मा के खिलाफ महाभियोग नोटिस स्वीकारने पर सरकार हुई नाराज़। |
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar Resign) के इस्तीफे की वजहों को लेकर सियासी हलकों में चर्चा तेज़ है। धनखड़ ने अपने इस्तीफे की वजह खराब स्वास्थ्य बताई है, लेकिन विपक्ष और राजनीतिक विश्लेषक इसे अलग नजरिए से देख रहे हैं।
विपक्ष ने उठाए टाइमिंग पर सवाल
विपक्षी दलों का कहना है कि इस्तीफे की टाइमिंग संदेह पैदा करती है और इसे मजबूरी में उठाया गया कदम बताया जा रहा है।
दो मंत्रियों का फोन कॉल बना वजह?
खबरें हैं कि जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर विपक्ष के नोटिस को स्वीकार करने के कुछ देर बाद ही धनखड़ को दो वरिष्ठ मंत्रियों का फोन आया।
पीएम की नाराज़गी की जानकारी
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इन मंत्रियों ने धनखड़ को बताया कि इस कदम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुश नहीं हैं। धनखड़ ने जवाब में कहा कि उन्होंने सिर्फ नियमों के तहत काम किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ये फोन कॉल भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू की तरफ से आया था।
बीएसी मीटिंग से बनाई दूरी
बताया जाता है कि सोमवार को राज्यसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (BAC) की पहली बैठक के बाद, दूसरी बैठक में विपक्षी नेताओं ने शामिल न होने का फैसला किया। रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार इस बात से हैरान थी कि राज्यसभा में ही जस्टिस वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रक्रिया शुरू की जा रही है।