राजस्थान के बांसवाड़ा में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां भाइयों ने रिश्तेदारों के साथ मिलकर अपने ही भाई को बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला. बताया जा रहा है कि मृतक का ‘गुनाह’ सिर्फ इतना था कि उसने उनके साथ चर्च जाने से इनकार कर दिया था. परिवार का आरोप है कि आरोपी उसे जबरन ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव बना रहे थे.
राजस्थान के बांसवाड़ा में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां चर्च जाने से इनकार करने पर सगे भाइयों और परिजनों ने मिलकर एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
यह घटना कलिंजरा थाना क्षेत्र के शंभूपुरा गांव की है। मृतक की पहचान 35 वर्षीय कालू पुत्र लक्ष्मण सोलंकी भील, निवासी शंभूपुरा के रूप में हुई है। परिजनों और उसकी दो पत्नियों का कहना है कि कालू के भाई और कुछ रिश्तेदार उसे जबरन ईसाई धर्म स्थल चर्च ले जाना चाहते थे, जहां वे उसकी पादरी से मुलाकात करवाने की कोशिश कर रहे थे।
ये भी पढ़ें:फतह अकैडमी की नैनिशा दमामी का राष्ट्रीय वॉलीबॉल कैंप में चयन
रास्ते में ही हो गई मौत
जब कालू ने चर्च जाने से साफ इनकार कर दिया, तो उसके भाइयों और परिवार के अन्य सदस्यों ने गुस्से में आकर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। कालू बार-बार उन्हें रोकने की गुहार लगाता रहा, लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी। गुस्से में आकर आरोपियों ने उसके सिर पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजन उसे तुरंत महात्मा गांधी अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही कालू ने दम तोड़ दिया।
मृतक के चार बच्चे हैं
कलिंजरा थाना पुलिस ने शव को मोर्चरी में सुरक्षित रखवा दिया है। मृतक के परिजनों की ओर से दी गई प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि कालू की दो पत्नियां थीं—पहली पत्नी जीवी से उसके तीन बच्चे हैं, जिनमें एक बेटा और दो बेटियां शामिल हैं, जबकि दूसरी पत्नी मंगली से उसका एक बेटा है।
