‘जम्मू की धड़कन’ के नाम से मशहूर 25 वर्षीय इन्फ्लुएंसर की मौत ने सबको चौंका दिया है। आरजे के तौर पर लोकप्रिय हुईं इस इन्फ्लुएंसर का शव कमरे में पंखे से लटका हुआ मिला, जिसने सभी को हैरान कर दिया
गुरुग्राम से एक दुखद घटना सामने आई है। सोशल मीडिया पर मशहूर आरजे और इन्फ्लुएंसर सिमरन सिंह की मौत की खबर ने सभी को चौंका दिया है। सिमरन सिंह, जो रेडियो जॉकी और इन्फ्लुएंसर के तौर पर पहचानी जाती थीं, गुरुग्राम स्थित अपने फ्लैट में मृत पाई गईं। उनकी लाश कमरे में लटकी हुई थी। इंस्टाग्राम पर 6 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स वाली सिमरन हमेशा सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती थीं और अपने कंटेंट के जरिए फैंस का दिल जीतती थीं। अब उनकी दुखद मौत ने उनके परिवार और चाहने वालों को गहरे दुख में डाल दिया है।
जम्मू की धड़कन’ के नाम से मशहूर सिमरन सिंह एक लोकप्रिय फ्रीलांस रेडियो जॉकी थीं और गुरुग्राम में रहती थीं। यह दुखद हादसा बुधवार को हुआ, और सिमरन के शव को उनके परिवार ने रिकवर कर लिया है। पुलिस का मानना है कि यह आत्महत्या का मामला हो सकता है। महज 25 साल की उम्र में सिमरन का इस दुनिया से अलविदा लेना उनके परिवार के लिए एक बड़ा झटका है। सिमरन सिंह जम्मू की रहने वाली थीं और उनके चाहने वाले उन्हें ‘जम्मू की धड़कन’ के नाम से जानते थे। छोटी सी उम्र में ही सिमरन सोशल मीडिया की दुनिया में एक प्रसिद्ध नाम बन गई थीं।
अगर आप सिमरन सिंह के सोशल मीडिया पोस्ट्स देखें तो आपको पता चलेगा कि वह अक्सर खुशमिजाज और सकारात्मक पोस्ट करती थीं। उन्होंने आखिरी बार 13 दिसंबर को अपनी तस्वीरें और रील्स पोस्ट की थीं, जिसमें वह गुलाबी गाउन में झूमते हुए हंस रही थीं। ऐसा लग रहा था कि वह किसी बीच वेकेशन पर गई थीं, क्योंकि उनके बैकग्राउंड में समुद्र का किनारा दिखाई दे रहा था। पुलिस ने बताया कि सिमरन सिंह को गुरुग्राम सेक्टर 47 के अपने अपार्टमेंट में मृत पाया गया।
पुलिस ने जानकारी दी कि गुरुग्राम के सेक्टर 47 स्थित किराए के मकान में रहने वाली जम्मू-कश्मीर की आरजे और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सिमरन सिंह ने बुधवार शाम आत्महत्या कर ली।
पुलिस को पार्क अस्पताल से रात 10:30 बजे शव के बारे में सूचना मिली। पुलिस ने बताया कि सिमरन के फ्लैट से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला और न ही उसके परिवार ने किसी के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज कराई। परिवार का कहना है कि सिमरन कुछ समय से मानसिक तनाव में थी, जिसकी वजह से उसने यह कदम उठाया, लेकिन किसी को भी इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया। परिजनों की लिखित शिकायत पर कार्रवाई की गई, और गुरुवार को पोस्टमार्टम कराया गया। शव परिजनों को सौंप दिया गया है और इस मामले में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया। यह जानकारी जांच अधिकारी एएसआई प्रदीप कुमार, सदर थाना, गुरुग्राम ने दी।