

जयपुर: 20 दिसंबर, शुक्रवार की सुबह जयपुर में एक बड़ा हादसा हुआ। जयपुर शहर से बाहर निकलते ही भांकरोटा इलाके में दो केमिकल से भरे टैंकर आपस में टकरा गए। टक्कर के बाद दोनों टैंकरों में भीषण आग लग गई। यह हादसा भांकरोटा स्थित एक पेट्रोल पंप के पास हुआ था, जहां से आग की लपटें आसमान में दर्जनों मीटर तक उठने लगीं। आग की सूचना मिलते ही जयपुर के सभी फायर स्टेशनों से दमकल की गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। यह हादसा जयपुर से अजमेर जाने वाली नेशनल हाईवे पर हुआ था। इस भयानक घटना में 11 लोग जिंदा जल गए, जबकि 33 लोग झुलस गए। हादसे के कई वीडियो सामने आए, जिन्हें देखकर हर कोई हैरान रह गया।
40 से ज्यादा गाड़ियां जलकर खाक
जयपुर के भांकरोटा में एक केमिकल टैंकर में भीषण विस्फोट हुआ। यह हादसा सुबह करीब 6 बजे अजमेर हाईवे पर हुआ। विस्फोट के बाद लगी आग में 11 लोगों की मौत हो गई और लगभग 35 लोग गंभीर रूप से झुलस गए। आग में 40 से ज्यादा गाड़ियां जलकर खाक हो गईं, जिसमें एक स्लीपर बस भी शामिल है। हाईवे के पास स्थित एक पाइप फैक्ट्री भी आग की चपेट में आ गई। विस्फोट इतना भयंकर था कि आसपास के इलाकों में सड़कों पर खून और फटे हुए कपड़े बिखरे हुए थे।
हवा में पक्षी और इंसान दोनों आग से जूझते रहे
इस हादसे के कई सीसीटीवी फुटेज और तस्वीरें सामने आईं, जो दिल दहला देने वाली थीं। हादसा इतना भयावह था कि सड़कों पर इंसान के जले हुए कपड़े पड़े हुए थे और हवा में जिंदा जलते पक्षी जमीन पर गिरते हुए नजर आए। जब यह हादसा हुआ, उस समय एक स्लीपर बस में यात्री सो रहे थे, और आग की लपटों ने उन्हें घेर लिया। इसके बाद, जले हुए कपड़ों में घायल लोग सड़क पर अपनी जान बचाने के लिए दौड़ते हुए दिखाई दिए।
हादसे के पीछे यह रही बड़ी वजह
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अस्पताल जाकर घायलों का हाल-चाल लिया और डॉक्टरों से घटना के बारे में जानकारी ली। विस्फोट इतना भयंकर था कि टैंकर से केमिकल करीब 500 मीटर तक फैल गया, जिससे आग और भीषण रूप में फैल गई। इसके कारण 40 से अधिक गाड़ियां इसकी चपेट में आ गईं। केमिकल और गैस के रिसाव ने दमकल कर्मियों के लिए आग बुझाना बेहद मुश्किल बना दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। साथ ही, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का एलान किया है।
धमाके की आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी
ब्लास्ट की सूचना मिलते ही 30 से ज्यादा एम्बुलेंस और दमकल की गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंच गईं। हादसे के बाद अजमेर हाईवे को पूरी तरह से बंद कर दिया गया। भांकरोटा इलाके में सुबह करीब 6 बजे हुए इस धमाके की आवाज लगभग 5 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। जहां टैंकर फटा, उसके सामने एक पेट्रोल पंप और डीपीएस स्कूल स्थित हैं।
