
संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक और ऐतिहासिक रहस्य सामने आया है, जिसे राजा पृथ्वीराज चौहान की सेनाका ठिकाना बताया जा रहा है। यहां एक कई मंजिला बावड़ी मिली है, जिसे राजा पृथ्वीराज चौहान की राजधानी का हिस्सा माना जा रहा है। बावड़ी के ऊपर एक विशाल पेड़ स्थित है, और कहा जा रहा है कि उस समय इस प्रकार की बावड़ियाँ सेनाओं के आराम करने और उन्हें छिपाने के लिए बनाई जाती थीं।
संभल, जो एक ऐतिहासिक नगरी है, में कई महत्वपूर्ण राज छुपे हुए हैं। जहां एक ओर चंदौसी में एक बावड़ी का पता चला था, वहीं अब संभल में भी एक कई मंजिला बावड़ी का खुलासा हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने पहले इस बावड़ी को 5 मंजिल तक देखा था, लेकिन अब यह केवल 2 मंजिल तक रह गई है। जब न्यूज 18 इंडिया की टीम इस बावड़ी पर पहुंची, तो यह देखकर आश्चर्य हुआ कि जिस बावड़ी को लेकर संभल जिला प्रशासन चंदौसी में दिन-रात सक्रिय है, वही इस बावड़ी को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। दावा किया जा रहा है कि यहां पृथ्वीराज चौहान के समय में उनकी सेना के सैनिक आराम करते थे। संभल जिला प्रशासन जल्द ही इस बावड़ी का निरीक्षण कर सकता है।
बावड़ी की दो मंजिल आ रही नजर
जहां यह बावड़ी मिली है, वह जामा मस्जिद से केवल 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। फिलहाल इसमें दो मंजिलें दिखाई दे रही हैं, जबकि बाकी हिस्सा जमीन में दबा हुआ है। दावा किया जा रहा है कि यह बावड़ी सम्राट पृथ्वीराज चौहान की सेना के ठहरने के लिए बनाई गई थी। यह बावड़ी खेतों के बीच स्थित है, और जामा मस्जिद के पास होने के कारण अब इसके खुदाई की संभावना जताई जा रही है। जिला प्रशासन इस बावड़ी की खुदाई जल्द ही करवा सकता है।