आसाराम को 2025 में अंतरिम जमानत: 11 साल बाद सुप्रीम कोर्ट ने दी राहत
जोधपुर सेंट्रल जेल में रेप के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे आसाराम को 11 साल बाद पहली बार सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दी है। 2018 में जोधपुर की विशेष POCSO अदालत ने आसाराम को नाबालिग से रेप का दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी। आसाराम 2 सितंबर 2013 से जेल में बंद हैं।
इसके अलावा, गुजरात की एक अदालत ने भी 2013 में सूरत आश्रम में एक महिला अनुयायी के साथ कई बार बलात्कार करने के मामले में आसाराम को दोषी ठहराया था। यह पहली बार है जब आसाराम को जेल में रहते हुए जमानत मिली है।
आसाराम को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत: जोधपुर जेल में रहना जारी रहेगा
आसाराम ने इससे पहले कई बार जमानत के लिए याचिका दायर की थी, लेकिन हर बार खारिज कर दी गई थी। लंबे समय से बीमार चल रहे आसाराम को उनकी स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 31 मार्च तक अहमदाबाद केस में अंतरिम जमानत दी है। हालांकि, रिहाई के लिए उन्हें जोधपुर रेप केस में भी जमानत लेनी होगी।
सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बावजूद, आसाराम फिलहाल जोधपुर जेल में ही बंद रहेंगे। जोधपुर मामले में सजा काट रहे आसाराम के वकील अब इस केस में भी अंतरिम जमानत के लिए अर्जी दाखिल करेंगे। आसाराम ने अपनी खराब सेहत का हवाला देते हुए जमानत की मांग की है।