किंग सेना ने उठाया बीड़ा, दिव्यांग , वृद्धा व विधवा पेंशन के साथ बच्चों को पालनहार योजना का लाभ दिलाएगा परिवार में बहू भी विधवा, बहू भी पेंशन को तरसी, तीन बच्चे उन्हें भी पालनहार योजना का कोई लाभ नहीं |
मावली. यह रतनलाल भील है. यह जन्म से दिव्यांग है. 1 साल से इसको दिव्यांग पेंशन भी नहीं मिल रही है राजसमंद जिले की रेलमगरा तहसील के धनेरिया गढ़ की रहने वाली इंदिरा बाई गमेती ने कहा कि उन्हें किसी भी तरह की कोई सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है उनका 22 वर्षीय बेटा रतनलाल जन्म से दिव्यांग है. उसकी करीब 1 साल से दिव्यांग पेंशन बंद हो गई थी. लेकिन सरकारी स्तर पर कोई सुनवाई नहीं हुई
उनकी खुद की वृद्धावस्था पेंशन उन्हें नहीं मिल रही है. उनका एक और बेटा था जिसकी कुछ साल पहले एक्सीडेंट में मृत्यु हो गई थी उसकी विधवा पत्नी के भी तीन बच्चे हैं विधवा बहू को भी विधवा पेंशन नहीं मिल रही है और बच्चों को भी पालनहार योजना का कोई लाभ नहीं मिल रहा है इस बारे में सरपंच वह स्थानीय अधिकारियों को कई बार अवगत कराया गया लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की. थक हार कर वे यहां मावली उपखंड कार्यालय पर किंग सेना के निशुल्क सहायता शिविर में आये. उन्होंने कहा कि उन्हैं शिविर कि जानकारी मिली थी कि यहां पर हम जैसे लोगों को मदद होती है
इस बारे में किंग सेना मावली कार्यालय प्रभारी चंदा गुर्जर ने कहा कि उन्होंने इंदिरा देवी और उसके परिवार से बात कर ली है और संगठन इनको दिव्यांग पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन के साथ-साथ बहू के बच्चों को पालनहार योजना का लाभ भी दिलाएगा
उल्लेखनीय है कि किंग सेना मातृभूमि धर्म संघ ने दो दिन पहले 9 जनवरी को मावली उपखंड कार्यालय पर एक दिवसीय निशुल्क सरकारी योजना सहायता शिविर का आयोजन किया था.