प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल्ली विधानसभा चुनाव के मतदान के दिन प्रयागराज महाकुंभ में संगम स्नान करना आम आदमी पार्टी (AAP) को खासा खटक रहा है। AAP का आरोप है कि पीएम मोदी की इस धार्मिक यात्रा का राजनीतिक मकसद दिल्ली चुनाव में असर डालने का है, और इसे चुनावी रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के मतदान के दिन पीएम मोदी का संगम स्नान AAP के लिए एक बड़ा मुद्दा बन गया है। पार्टी का कहना है कि भाजपा इस तरह के धार्मिक आयोजनों का इस्तेमाल चुनावी लाभ के लिए कर रही है, जिससे दिल्ली के मतदाताओं की भावना प्रभावित हो सकती है। हालांकि, भाजपा इसे अपनी धार्मिक आस्था और जनता से जुड़ाव का एक हिस्सा मानती है।
जैसे-जैसे दिल्ली चुनाव में मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी दोनों ही अपने-अपने मतदाताओं को हर कीमत पर बूथ तक पहुंचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। भाजपा ने जहां प्रधानमंत्री मोदी की छवि का फायदा उठाने की कोशिश की है, वहीं AAP अपनी सरकार के द्वारा किए गए विकास कार्यों को प्रमुखता से सामने लाने की रणनीति पर काम कर रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पीएम मोदी की संगम में डुबकी और महाकुंभ में उनकी मौजूदगी से भाजपा को धार्मिक और सांस्कृतिक वोटबैंक में मजबूती मिल सकती है। वहीं, AAP को इस बात का डर सता रहा है कि इससे दिल्ली के चुनावी मैदान में भाजपा को बढ़त मिल सकती है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली के मतदाता इस धार्मिक यात्रा को किस दृष्टिकोण से देखते हैं, और क्या इससे AAP की उम्मीदें प्रभावित होती हैं, या फिर पार्टी अपने कार्यों और नीतियों के आधार पर चुनावी मुकाबले में मजबूत बनी रहती है।
