ममता कुलकर्णी को दोबारा किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर नियुक्त किया गया। गुरुवार को सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में उन्होंने बताया कि उनकी गुरु, डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया।
क्या बोलीं ममता?
ममता कुलकर्णी ने कहा, “मैं श्रीयामाई ममता नंदगिरि। दो दिन पहले मेरे पट्टा गुरु, आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर कुछ लोगों ने गलत आरोप लगाए थे। इससे व्यथित होकर मैंने महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन मेरे गुरु ने मेरा इस्तीफा अस्वीकार कर दिया है।
उन्होंने आगे कहा, “जो गुरु भेंट मैंने आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को दी थी, वह महामंडलेश्वर बनने के बाद मिलने वाले छत्र, छड़ी और चंवर के लिए थी। बची हुई गुरु भेंट भंडारे के लिए समर्पित कर दी गई। मैं अपने गुरु की आभारी हूं कि उन्होंने मुझे पुनः इस पद पर बैठाया। आगे मैं अपना संपूर्ण जीवन किन्नर अखाड़ा और सनातन धर्म की सेवा में समर्पित करूंगी।
