भाजपा सरकार के गठन की प्रक्रिया शनिवार से रफ्तार पकड़ेगी, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार देर रात अपने विदेशी दौरे से लौटेंगे। इसके बाद, दिल्ली के नए मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंचेगी। पार्टी के शीर्ष नेताओं ने पहले ही अपनी रणनीति तैयार कर ली है, और पीएम मोदी के लौटते ही सरकार बनाने की कवायद तेज हो जाएगी।
सीएम-मंत्रिमंडल गठन की तैयारी पूरी
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने दिल्ली में मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली है। अब केवल अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है। संभावना है कि मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह 19 या 20 फरवरी को आयोजित किया जाएगा। इससे पहले, 16 या 17 फरवरी को विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच चर्चा के बाद इस बैठक में मुख्यमंत्री और मंत्रियों का चयन किया जाएगा।
15 विधायकों के नामों पर मंथन
भाजपा ने अपने 48 नवनिर्वाचित विधायकों में से 15 नामों पर विचार किया है। इनमें से नौ नामों को अंतिम रूप दिया जाएगा, जो मुख्यमंत्री, मंत्री, स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के रूप में जिम्मेदारी संभालेंगे। संभावित नामों में विजेंद्र गुप्ता, प्रवेश वर्मा, शिखा राय, रेखा गुप्ता, अरविंदर सिंह लवली, मनजिंद्र सिंह सिरसा, राजकुमार चौहान, कैलाश गंगवाल, अभय वर्मा, कपिल मिश्रा, आशीष सूद, सतीश उपाध्याय, मोहन सिंह बिष्ट, प्रद्युम्न राजपूत, कैलाश गहलोत और कुलवंत राणा शामिल हैं।
विधायक दल की बैठक और नेतृत्व की रणनीति
विधायक दल की बैठक से पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कई दौर की बैठकों में नवनिर्वाचित विधायकों से चर्चा की है। इन बैठकों में विधायकों की राय और प्राथमिकताओं को समझा गया है, ताकि मंत्रिमंडल गठन में संतुलन रखा जा सके। प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक में तय किया जाएगा कि कौन मुख्यमंत्री बनेगा और किसे मंत्री या स्पीकर की भूमिका दी जाएगी।
भाजपा नेताओं की बैठक और रणनीति
पीएम मोदी के दिल्ली लौटते ही भाजपा की सियासी गतिविधियां तेज हो जाएंगी। वरिष्ठ नेताओं की बैठक में दिल्ली में सरकार गठन और आगामी रणनीति पर चर्चा होगी। पार्टी का पूरा ध्यान इस समय दिल्ली की राजनीति पर केंद्रित है, और जल्द ही यह तय हो जाएगा कि नई सरकार की संरचना कैसी होगी।
नई सरकार और दिल्ली की राजनीति
भाजपा की नई सरकार बनने के बाद दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। पीएम मोदी और अमित शाह के नेतृत्व में पार्टी अपने चुनावी वादों को पूरा करने पर जोर देगी और दिल्ली के विकास को गति देने की कोशिश करेगी। सरकार बनने के बाद दिल्ली की राजनीतिक स्थिति में संभावित बदलाव भाजपा के लिए मजबूती का संकेत हो सकता है। यह सरकार न केवल दिल्ली की राजनीति, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगी।
