1. सीएम योगी ने संभल में हरी विष्णु मंदिर ध्वस्त होने का दावा किया। 2. मथुरा-वृंदावन के विकास के लिए विशेष बजट प्रावधान की घोषणा। 3. संभल के पौराणिक महत्व और वहां स्थित 68 तीर्थ स्थलों का जिक्र किया। |
लखनऊ: संभल को लेकर सीएम योगी का बड़ा बयान
लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल को लेकर बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि संभल में हरि विष्णु मंदिर को तोड़ा गया था, और यह ऐतिहासिक सच्चाई है। सीएम योगी ने बताया कि संभल का उल्लेख 5000 वर्ष पूर्व पुराणों में मिलता है, जहां यह कहा गया है कि भगवान विष्णु का दसवां अवतार इसी धरती पर होगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जबरन आस्था को कुचलने का प्रयास स्वीकार नहीं किया जाएगा।
“संभल का पौराणिक महत्व”
Kumbh एंड Beyond कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस्लाम के आने से 3500 वर्ष पहले ही संभल का उल्लेख पुराणों में किया गया था। उन्होंने दावा किया कि 1526 में संभल में हरि विष्णु मंदिर को तोड़ा गया था, और दो साल बाद 1528 में अयोध्या में राम मंदिर को ध्वस्त किया गया। दोनों मंदिरों को मीर बाकी ने गिरवाया था। सीएम योगी ने कहा कि संभल का विशेष पौराणिक महत्व है, जहां पहले 68 तीर्थ स्थल थे, लेकिन अब तक केवल 18 की ही पहचान हो पाई है। इसके अलावा, वहां मौजूद सभी 19 प्राचीन कूपों को खोज लिया गया है। उन्होंने दोहराया कि राज्य सरकार अपनी एक इंच भी जमीन नहीं छोड़ेगी।
मथुरा-वृंदावन के लिए विशेष घोषणा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 56 वर्षों के बाद संभल के मंदिर में शिव का जलाभिषेक किया गया। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “तुम लोग वहां क्या कर रहे थे? केवल समाज को जाति के नाम पर बांटने का ठेका लिया था? पहले हमारे पुराणों को पढ़ो, फिर मुझसे शास्त्रार्थ करना।” उन्होंने यह भी बताया कि अयोध्या और काशी के बाद अब बजट में मथुरा-वृंदावन के विकास के लिए विशेष प्रावधान किया गया है और इस पर काम भी शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि जब अवसर मिले, तो उसे गंवाना नहीं चाहिए।
आप सांसद संजय सिंह की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि कोई यह नहीं कह रहा कि संभल का ऐतिहासिक महत्व नहीं है या औरंगजेब क्रूर शासक नहीं था। लेकिन सवाल यह है कि अंग्रेजों की क्रूरता का जिक्र क्यों नहीं किया जाता?
उन्होंने कहा, “हमारे बच्चों को यह भी सीखना चाहिए कि वे किन लोगों को वोट दे रहे हैं—उन लोगों को, जिन्होंने अंग्रेजों का साथ दिया और देश के साथ गद्दारी की।”