1. म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप से व्यापक विनाश 2. म्यांमार में 10 हजार से अधिक लोगों के मारे जाने की संभावना 3. थाईलैंड सरकार ने आधिकारिक मौतों के आंकड़े में संशोधन किया |
नेपीडा: म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार को आए शक्तिशाली भूकंप में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार, दोनों देशों में अब तक 1000 मौतों की पुष्टि हो चुकी है, जबकि अमेरिकी भूगर्भीय एजेंसी ने 10 हजार से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका जताई है। समाचार एजेंसी AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, म्यांमार के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार सुबह तक मृतकों की संख्या 1000 तक पहुंच गई है, जबकि 2300 लोग घायल हुए हैं।
इधर, थाईलैंड सरकार ने भूकंप से मरने वालों की संख्या में संशोधन किया है। बैंकॉक के अधिकारियों ने बताया कि अब तक 6 लोगों की मौत, 22 लोग घायल, और 101 लोग लापता हैं। पहले जारी आंकड़ों में 10 मौतों की सूचना दी गई थी, जिसे बाद में अपडेट किया गया।

थाईलैंड की राजधानी को आपदा क्षेत्र घोषित कर दिया गया है, जबकि म्यांमार की सैन्य सरकार ने भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में आपातकाल लागू कर दिया है। म्यांमार के सैन्य प्रमुख जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने सरकारी टेलीविजन पर घोषणा करते हुए कहा कि उन्होंने “किसी भी देश” को राहत और सहायता भेजने के लिए आमंत्रित किया है।
जनरल ह्लाइंग ने यह भी आशंका जताई कि भूकंप से भारी संख्या में लोगों की जान गई होगी। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक, भूकंप की गहराई 10 किमी थी। अपनी ताजा रिपोर्ट में USGS ने आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या 10 हजार से अधिक हो सकती है।
भूकंप के चश्मदीदों ने क्या बताया?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भूकंप के दौरान अचानक इमारतें तेज़ी से हिलने लगीं, जिससे चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। हजारों लोग घबराकर सड़कों पर आ गए, हर तरफ चीख-पुकार मची थी। बैंकॉक में लोग अपने दफ्तरों, घरों और मॉल से बाहर निकलने लगे। ऊंची इमारतों की छतों पर बने पूल का पानी बाहर बहने लगा, और लोग दहशत में आ गए।
एक स्कॉटिश पर्यटक ने बताया, “अचानक पूरी इमारत हिलने लगी, लोग घबरा गए, चीखने लगे और भागने लगे।” भूकंप के झटके लगातार महसूस किए जा रहे थे।
मांडले (म्यांमार) से सोशल मीडिया पर कई वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिनमें गिरी हुई इमारतें और बर्बाद घर साफ देखे जा सकते हैं। म्यांमार में पहले से जारी गृहयुद्ध के कारण राहत और बचाव कार्य और भी मुश्किल हो गया है, जिससे मौतों का सही आंकड़ा कभी सामने नहीं आ सकता।

आंग सान सू पूरी तरह सुरक्षित, चीन ने भेजी राहत टीम
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, म्यांमार की जेल में बंद नेता आंग सान सू पूरी तरह से सुरक्षित हैं। जेल अधिकारियों के करीबी सूत्रों ने बताया कि भूकंप का उन पर कोई असर नहीं पड़ा और वे अब भी राजधानी नेपीडा की जेल में ही हैं।
गौरतलब है कि 2021 में हुए सैन्य तख्तापलट के बाद आंग सान सू को गिरफ्तार कर लिया गया था। विभिन्न मामलों में उन्हें 50 साल से अधिक की जेल की सजा सुनाई गई है।
इस बीच, चीन ने म्यांमार में राहत और बचाव कार्यों में मदद के लिए 37 सदस्यीय आपदा प्रतिक्रिया टीम भेजी है। यह टीम युन्नान शहर से रवाना हुई है और भूकंप पूर्व चेतावनी प्रणाली, ड्रोन और पोर्टेबल सैटेलाइट सहित 112 आपातकालीन बचाव उपकरण लेकर आई है।