बीजेपी के कद्दावर नेता अटल बिहारी वाजपेयी की तरह, पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल में संघ मुख्यालय के दौरे के बाद राजनीतिक हलकों में कई कयास लगाए जा रहे हैं। उनके इस दौरे के राजनीतिक मायने खोजे जा रहे हैं। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी सितंबर 2025 में रिटायर हो सकते हैं। लेकिन इन दावों में कितनी सच्चाई है? जानिए पूरी रिपोर्ट
मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरएसएस मुख्यालय दौरे के बाद उनके रिटायरमेंट की अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि, आरएसएस के सूत्रों का कहना है कि इनमें कोई सच्चाई नहीं है। पीएम मोदी अपना तीसरा कार्यकाल पूरा करेंगे और अगर उनका स्वास्थ्य ठीक रहा, तो वह भविष्य में भी राजनीति में नेतृत्व करेंगे। लेकिन सवाल यह है कि पीएम मोदी के बाद कौन? इस पर चर्चा जारी है। सेकेंड लाइन की रेस में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नामों पर जोर दिया जा रहा है। पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ 26 मई, 2014 को ली थी और उससे पहले जुलाई 2013 में वह संघ मुख्यालय गए थे।
मोदी के दौरे में क्या हुई चर्चा?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय में पीएम मोदी के दौरे को लेकर सूत्रों का कहना है कि इस दौरे में कोई भी राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। यह दौरा पूरी तरह से शिष्टाचार के तहत था। पीएम मोदी ने संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार को पुष्पांजलि अर्पित की और स्मृति मंदिर में स्थित संघ के दूसरे प्रमुख गुरुजी की समाधि पर भी नमन किया। पीएम मोदी ने संघ की सेवा, प्रेरणा और व्यापकता की सराहना की। सूत्रों के अनुसार, लंबे समय से चल रही नकारात्मक चर्चाओं के बीच पीएम मोदी और संघ नेतृत्व के बीच तालमेल ने आलोचकों को मूक कर दिया। जब उनसे पूछा गया कि पीएम मोदी का उत्तराधिकारी कौन होगा, तो संघ के सूत्रों ने कहा कि वह किसी ऐसे व्यक्ति को चुनेंगे जो संघ की पृष्ठभूमि से हो।
किस पर है संघ की नजर?

सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी के उत्तराधिकारी के रूप में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम चर्चा में है, हालांकि वह संघ से नहीं हैं। फिलहाल, संघ के सामने मोदी के उत्तराधिकारी से पहले बीजेपी अध्यक्ष का मुद्दा है। चूंकि मोदी के नेतृत्व में आगामी चुनावों के लिए चार साल का समय है, इसलिए यह कहना कि संघ मोदी का विकल्प तलाश रहा है, उचित नहीं होगा। संघ के सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्री अमित शाह पहले ही कह चुके हैं कि पीएम मोदी अपना कार्यकाल पूरा करेंगे। यदि संघ पीएम मोदी के उत्तराधिकारी को चुनेगा, तो उसकी पहली पसंद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हो सकते हैं। फडणवीस, जिन्होंने प्रचंड जीत के बाद दूसरी बार सीएम का पद संभाला है, संघ से गहरे जुड़े हुए हैं और वह खुद को राम सेवक और कार सेवक बताते हैं। उनकी संघ से नजदीकी जगजाहिर है।
तस्वीरें दे रही हैं गवाही
महाराष्ट्र के राजनीतिक विश्लेषक दयानंद नेने का कहना है कि पीएम मोदी के संघ मुख्यालय दौरे की तस्वीरों से बहुत कुछ साफ हो सकता है। उन्होंने कहा, “देखिए तस्वीरों में कौन कहां था, उत्तराधिकारी की तलाश करने वालों को संकेत मिल जाएंगे।” नेने का कहना है कि संघ देवेंद्र फडणवीस को दिल्ली भेज सकता है। 2029 के लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव होगा, और यह देखना दिलचस्प होगा कि किसके नेतृत्व में चुनाव होगा। हालांकि, फडणवीस को लेकर अटकलें लंबी चल रही हैं, वह संघ और पीएम मोदी की पसंद हैं। उनके बारे में कहा जाता है कि वह ‘आरएसएस मैन इन बीजेपी’ हैं, और बीजेपी में आने के बाद उन्हें ‘बीजेपी मैन इन आरएसएस’ भी कहा जाता है, जो उनके समन्वय और दक्षता को दर्शाता है।
नेने ने यह भी कहा कि अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि क्या पीएम मोदी 2025 में 75 साल के होने के बाद राजनीतिक तौर पर रिटायर होंगे। उन्होंने कहा, फिलहाल ऐसी कोई स्थिति नहीं दिखती है, और 2029 तक उनके स्वास्थ्य और फिटनेस के आधार पर नए नेतृत्व का फैसला होगा।
बीजेपी से दौरे में सिर्फ देवेंद्र फडणवीस और नितिन गडकरी थे मौजूद।