पांडेयपुर की एक छात्रा, जो स्पोर्ट्स कॉलेज में एडमिशन की तैयारी कर रही थी, शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में लगातार 6 दिन तक दरिंदगी का शिकार बनी। पीड़िता की मां की शिकायत पर लालपुर-पांडेयपुर थाने में रविवार देर रात 23 आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज किया गया
वाराणसी में रोंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है। पांडेयपुर की एक छात्रा, जो स्पोर्ट्स कॉलेज में एडमिशन की तैयारी कर रही थी, शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में लगातार छह दिनों तक हैवानियत का शिकार बनी। पीड़िता की मां की तहरीर पर लालपुर-पांडेयपुर थाने में 23 आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज किया गया है, जिनमें से 12 के नाम सामने आ चुके हैं जबकि 11 अभी अज्ञात हैं। आरोपियों में राज विश्वकर्मा, समीर, आयुष, सोहेल, दानिश, अनमोल, साजिद, जाहिर, इमरान, जैब, अमन और राज खान शामिल हैं, ये सभी हुकुलगंज और आस-पास के इलाके के रहने वाले हैं
मामले के खुलासे के लिए डीसीपी (वरुणा जोन) चंद्रकांत मीणा के निर्देश पर बनी तीन टीमों ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से छह को रविवार रात हिरासत में लिया गया था। पांडेयपुर चौकी इंचार्ज श्रीराम उपाध्याय ने बताया कि बाकी आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी जारी है।
डरी-सहमी बेटी की हालत का आरोपियों ने उठाया फायदा
मां ने बताया कि घटना से सहमी बेटी की कमजोर स्थिति का सभी ने शोषण किया। होटल से बाहर निकलने पर उसे इमरान मिला, जिसने होटल में नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। इधर-उधर भटकते समय साजिद अपने दो दोस्तों के साथ मिला और उसे बहला-फुसलाकर औरंगाबाद के एक गोदाम में ले गया, जहां हैवानियत की हदें पार कर दी गईं। इसके बाद साजिद, अमन नाम के दोस्त के साथ, उसे एक अन्य कमरे में ले गया, जहां पूरी रात दरिंदगी जारी रही। रात में ही पीड़िता को सिगरा स्थित मॉल के पास छोड़ दिया गया
अगली सुबह, 2 अप्रैल को, राज खान नाम का युवक मिला। वह उसे हुकुलगंज स्थित अपने घर ले गया और नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म की कोशिश की। विरोध करने पर उसने पीड़िता को अस्सी इलाके में छोड़ दिया। मां ने बताया कि 3 अप्रैल को बेटी किसी तरह अपनी सहेली के घर पहुंची और थकावट के चलते वहीं सो गई। शाम को जब वह घर लौटने लगी, तो रास्ते में दानिश मिला। वह उसे एक कमरे में ले गया, जहां सोहेल, शोएब और एक अन्य व्यक्ति ने मिलकर दरिंदगी की। किसी तरह उनसे छूटकर बेटी दोबारा अपनी सहेली के घर पहुंची और रात वहीं गुजारी। आखिरकार, 4 अप्रैल को वह घर लौटी और पूरी आपबीती मां को बताई
होटल, कैफे में हुई घिनौनी हरकत
गैंगरेप की शिकार छात्रा की मां के अनुसार बेटी के साथ शहर के अलग-अलग स्थानों पर वारदात की गई। 29 मार्च को सहेली के घर से लौटते समय बेटी को रास्ते में राज विश्वकर्मा मिला। वह उसे लेकर लंका स्थित कैफे में गया और रात में दुष्कर्म किया। अगले दिन 30 मार्च को समीर नाम के युवक ने जबरदस्ती बाइक पर बैठा लिया, गलत काम कर नदेसर में छोड़ दिया। इन घटनाओं से वह सहम गई और रास्ता भटक गई। रातभर भटकने के बाद 31 मार्च को नदेसर में आयुष नाम का युवक मिला। उसने अपने दोस्तों सोहेल, दानिश, अनमोल, साजिद, जाहिर संग मलदहिया स्थित एक कैफे ले जाकर दुष्कर्म किया और मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दी।
आयुष और उसके दोस्तों के चंगुल से छूटने के बाद एक अप्रैल को बेटी को साजिद और उसका दोस्त मिला था। दोनों गर्ल्स हॉस्टल के नाम पर उसे होटल ले गए। यहां पहले से तीन लोग थे। पांच लोगों ने बेटी पर होटल में आए एक कस्टमर का मसाज करने का दबाव बनाया था। मना करने पर रेप करके बाहर निकाल दिया।