मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून विरोध के दौरान हिंसा भड़कने से हालात बिगड़े, 500 से ज्यादा हिंदू परिवारों का पलायन, BSF पर फायरिंग और मंदिरों में तोड़फोड़ के आरोप, 150 से अधिक गिरफ्तारियां, BJP ने NIA जांच और AFSPA की मांग की
1. हिंसा में अब तक 150 से अधिक गिरफ्तार 2. हिंदू परिवारों के 200 घर जलाए गए |
वक्फ संशोधन कानून के विरोध में बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा ने विकराल रूप लिया, सैकड़ों हिंदू परिवारों का पलायन, BSF पर फायरिंग, महिलाओं से छेड़छाड़ के आरोप
पश्चिम बंगाल के मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में शुरू हुआ प्रदर्शन अब हिंसक उपद्रव में तब्दील हो चुका है। हालात इतने बिगड़ गए हैं कि जिले के कई इलाकों में तनाव चरम पर है। हिंसा और उपद्रव के चलते लगभग 500 हिंदू परिवारों को अपना घर छोड़कर भागने पर मजबूर होना पड़ा है। बताया जा रहा है कि ये परिवार अपनी जान बचाकर भागीरथी नदी पार कर मालदा जिले में शरण ले रहे हैं, जबकि कुछ लोगों ने झारखंड में भी पनाह ली है।
राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया कि कट्टरपंथियों के डर से हिंदू परिवार मुर्शिदाबाद छोड़ने पर मजबूर हैं। उन्होंने राज्य सरकार पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि हिंसा को रोकने में प्रशासन पूरी तरह विफल रहा है। हैरानी की बात यह है कि हिंसा की भयावहता से सत्ताधारी पार्टी के नेता भी अछूते नहीं रहे। फरक्का से तृणमूल कांग्रेस विधायक मनिरुल इस्लाम के पलायन की भी खबरें सामने आई हैं। बताया जा रहा है कि उनके घर पर ताले लटक रहे हैं और वे कहीं अज्ञात स्थान पर चले गए हैं।
हिंसाग्रस्त शमशेरगंज इलाके में उपद्रवियों ने हालात संभालने पहुंची BSF टीम पर लगातार हमले किए हैं। रविवार सुबह उपद्रवियों ने BSF पर दोबारा फायरिंग कर दी, जिसमें दो मासूम बच्चे घायल हो गए। उपद्रवियों पर महिलाओं से छेड़छाड़ और घरों में लूटपाट के भी गंभीर आरोप लगे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, उग्र भीड़ ने हिंदू परिवारों के करीब 200 घरों को आग के हवाले कर दिया। मंदिरों में तोड़फोड़ भी की गई है, जिससे धार्मिक तनाव और बढ़ गया है।
प्रशासन ने हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। अब तक करीब 150 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें 12 नई गिरफ्तारियां रविवार को की गईं। जिले में शुक्रवार को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, शनिवार शाम धुलियान इलाके में एक व्यक्ति गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया।
बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, शनिवार को भी मुर्शिदाबाद के तीन अलग-अलग स्थानों पर सुरक्षा बलों पर हमले किए गए थे। उपद्रवी लगातार सुरक्षा बलों को निशाना बना रहे हैं, जिससे हालात और अधिक तनावपूर्ण हो गए हैं। प्रशासन ने क्षेत्र में शांति बहाल करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की है।
इस बीच, बीजेपी ने केंद्र सरकार से मामले की गंभीरता को देखते हुए NIA जांच की मांग की है। साथ ही, पार्टी ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में AFSPA (आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर्स एक्ट) लागू करने की भी मांग उठाई है, ताकि कानून व्यवस्था को बहाल किया जा सके। बीजेपी नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार की निष्क्रियता के चलते उपद्रवी खुलकर हिंसा फैला रहे हैं।
स्थिति पर नजर रखे हुए प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है, लेकिन जमीनी हालात फिलहाल सामान्य होते नहीं दिख रहे। जिला प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां लगातार प्रयास कर रही हैं कि तनावग्रस्त इलाकों में हालात पर काबू पाया जा सके और प्रभावित लोगों को राहत दी जा सके