आगरा के भीमनगरी महोत्सव का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा – बाबा साहब का संकल्प था कि हर दलित, वंचित और गरीब को न्याय मिले। अन्याय कहीं भी हो – चाहे वह बांग्लादेश हो, पाकिस्तान हो या कोई और जगह – उसके खिलाफ आवाज़ उठाना ज़रूरी है।
1. योगी आदित्यनाथ ने कहा, “बंगाल में हिंसा पर सपा और कांग्रेस चुप हैं।” 2. ममता बनर्जी दंगाइयों को शांतिदूत करार दे रही हैं: योगी आदित्यनाथ। 3. बंगाल में गरीब और दलित हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। |
आगरा: वक्फ संशोधन बिल पास होने के बाद पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगातार तीखी प्रतिक्रिया दी है। आगरा में एक समारोह के दौरान योगी ने कहा, “पश्चिम बंगाल में गरीबों और दलित हिंदुओं को दंगों का शिकार बनाया जा रहा है, लेकिन समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पूरी तरह से चुप हैं। ममता बनर्जी को दंगाइयों में शांति के संदेशवाहक नजर आ रहे हैं, जबकि वे असल में शांति के दुश्मन हैं। दंगाइयों के खिलाफ केवल अपील से काम नहीं चलेगा, सख्त और निर्णायक कार्रवाई की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को डॉ. भीमराव आंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर 30वें तीन दिवसीय भीमनगरी महोत्सव का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, “बाबा साहब का मिशन हर दलित, हर वंचित, और हर गरीब को न्याय दिलाना था। अन्याय चाहे बांग्लादेश, पाकिस्तान या किसी और जगह हो, हमें इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। बाबा साहब की प्रेरणा रही है कि हमें अन्याय के खिलाफ संगठित होकर खड़ा होना चाहिए। मैं इस प्रेरणा को आगे बढ़ाने के लिए आज आपके बीच हूं, और सरकार आपके साथ खड़ी रहेगी।
कांग्रेस और सपा का अपमानजनक रवैया
योगी ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर बाबा साहब के देश और समाज के प्रति योगदान का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “1952 और 1954 के चुनावों में कांग्रेस ने बाबा साहब को हराने की साजिश की थी। स्वतंत्र भारत के पहले मंत्रिमंडल में उनकी योग्यता को नजरअंदाज किया गया। इमरजेंसी के दौरान संविधान का गला घोटने और प्रस्तावना में बदलाव की कोशिश की गई, जिससे कांग्रेस ने बाबा साहब के सपनों को कुचलने का काम किया। समाजवादी पार्टी ने बाबा साहब के नाम पर बने मेडिकल कॉलेज का नाम बदल दिया, लेकिन हमारी सरकार ने इसे फिर से उनके नाम पर बहाल किया।
उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस ने बाबा साहब को भारत रत्न देने और दिल्ली में उनका स्मारक बनाने में रोड़े अटकाए, लेकिन यह काम तब हुआ जब अटल बिहारी वाजपेई और भारतीय जनता पार्टी ने पहल की।
बाबा साहब के पंच तीर्थ को भव्य स्मारक के रूप में विकसित किया
योगी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बाबा साहब के पंच तीर्थ—जन्मभूमि (महू), दीक्षा भूमि (नागपुर), चैत्य भूमि (मुंबई), और इंग्लैंड में स्थित स्मारक—को भव्य स्मारकों में बदला गया है। इसके अलावा, लखनऊ और आगरा में भी बाबा साहब पर आधारित स्मारक और शोध केंद्र बनाने की घोषणा की गई, जहां अनुसूचित जाति-जनजाति के छात्रों के लिए छात्रावास और स्कॉलरशिप की व्यवस्था होगी। योगी ने कहा, “2015-16 में समाजवादी पार्टी ने छात्रवृत्ति बंद कर दी थी, लेकिन हमारी सरकार ने इसे फिर से बहाल कर एक साथ जारी किया।