17 साल पहले एक कन्नड़ एक्ट्रेस ने अंजाम दिया था दिल दहला देने वाला हत्याकांड दोस्त की बेरहमी से हत्या कर, बॉयफ्रेंड संग लाश के सामने बनाए थे संबंध, फिर किए शव के 300 टुकड़े इस एक्ट्रेस का नाम था मारिया सुसाइराज, जिसे कोर्ट ने 3 साल की सजा सुनाई थी |
साल 2008 में कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा एक ऐसा दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया था, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया। इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया था एक्ट्रेस मारिया सुसाइराज ने। मारिया ने अपने दोस्त की बेरहमी से हत्या की, उसकी लाश के सामने बॉयफ्रेंड संग शारीरिक संबंध बनाए और फिर शव के 300 टुकड़े कर दिए। जब इस वीभत्स हत्याकांड का सच सामने आया, तो हर कोई दहशत में आ गया। बाद में मारिया सुसाइराज ने जो खुलासे किए, उन्होंने पूरे मामले को और भी ज्यादा डरावना बना दिया। आज हम आपको इस सनसनीखेज हत्याकांड और मारिया सुसाइराज की कहानी के बारे में बता रहे हैं।
मारिया सुसाइराज कन्नड़ फिल्मों में एक्ट्रेस रह चुकी थीं, लेकिन उनकी असली ख्वाहिश थी बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाना। एक्टिंग में करियर बनाने के लिए उन्होंने अपने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर बगावत की और बेंगलुरु का रुख किया। काफी संघर्ष के बाद उन्हें कन्नड़ फिल्मों में काम मिल भी गया। मगर मारिया का सपना सिर्फ रीजनल सिनेमा तक सीमित नहीं था। वह मेनस्ट्रीम बॉलीवुड में बड़ा नाम बनाना चाहती थीं। इसी सपने को पूरा करने के लिए वह मुंबई आ गईं और अपनी किस्मत आजमाने लगीं।
नीरज ग्रोवर से मुलाकात के बाद बढ़ी नजदीकियां, जबकि पहले से था बॉयफ्रेंड
मुंबई में ऑडिशन की दौड़ में लगी कन्नड़ एक्ट्रेस मारिया सुसाइराज की मुलाकात नीरज ग्रोवर से हुई, जो उस वक्त बालाजी प्रोडक्शन हाउस में काम करते थे। मुलाकात के दौरान दोनों ने एक-दूसरे के फोन नंबर शेयर किए और नीरज ने मारिया को इंडस्ट्री में ऑडिशन दिलाने में मदद करनी शुरू कर दी। समय के साथ दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ती चली गईं। हालांकि उस वक्त मारिया पहले से ही जेरोम मैथ्यू के साथ रिश्ते में थीं, जो मैसूर के रहने वाले थे और उस समय इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट के पद पर पुणे में तैनात थे।
नीरज के साथ लिव-इन रिलेशनशिप, फिर छोड़ दिया फ्लैट
मारिया सुसाइराज पूरी तरह से मुंबई शिफ्ट हो गईं और नीरज ग्रोवर के साथ उनके फ्लैट में रहने लगीं। नीरज ने मारिया से अपने प्यार का इजहार किया, लेकिन मारिया ने उन्हें सिर्फ दोस्त बताया। उन्होंने अपने बॉयफ्रेंड जेरोम मैथ्यू को भी यही कहा कि नीरज केवल उनका दोस्त है और वह एकतरफा प्यार करता है। जबकि दरअसल, वह नीरज के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही थीं। लेकिन कुछ ही समय बाद, मारिया ने नीरज का फ्लैट छोड़ दिया और दूसरी जगह शिफ्ट हो गईं।
नीरज की मदद के लिए निकले, फिर नहीं लौटे
नीरज ने अपने दोस्तों से कहा कि वह मारिया को शिफ्ट करने में मदद कर रहे हैं। लेकिन अगली सुबह नीरज ग्रोवर नहीं लौटे। दोस्तों ने उनके नंबर पर फोन किया, तो मारिया ने बताया कि नीरज तो रात डेढ़ बजे ही निकल गए थे। फिर नीरज का कोई पता नहीं चला। नीरज के परिवार और दोस्तों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई, और पुलिस ने उनका फोन जब्त कर जांच शुरू की। पूरे मुंबई में उनके पोस्टर चिपकाए गए, लेकिन नीरज का कोई सुराग नहीं मिला।
पुलिस को मिली मोबाइल टावर रिकॉर्ड से चौंकाने वाली जानकारी, शक मारिया पर
पुलिस को मोबाइल टावर के रिकॉर्ड से एक अहम क्लू मिला, जिससे पहला शक मारिया सुसाइराज पर गया। पुलिस ने मारिया की निगरानी शुरू कर दी और जांच के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। यह भी पता चला कि नीरज के लापता होने के बाद मारिया और जेरोम मैथ्यू के बीच हजारों फोन कॉल्स हुईं। पुलिस ने मारिया की बिल्डिंग के वॉचमैन से भी पूछताछ की, जिससे खुलासा हुआ कि दोनों रात को भारी सामान वाला बैग ले जाते देखे गए थे। इससे पुलिस का शक और गहरा हो गया कि कुछ गड़बड़ है।
मारिया और जेरोम की गिरफ्तारी, चौंकाने वाले खुलासे
मारिया और जेरोम को गिरफ्तार किया गया और कड़ी पूछताछ के दौरान मारिया ने रूह कंपाने वाले खुलासे किए। उसने बताया कि नीरज की हत्या 8 मई को ही कर दी गई थी। जेरोम को शक था कि नीरज के इरादे ठीक नहीं हैं। एक दिन वह अचानक मारिया के घर पहुंचे और देखा कि नीरज उनके बिस्तर पर था। इस पर दोनों के बीच झगड़ा हुआ, और इसी झगड़े में जेरोम ने नीरज को चाकू से गोद दिया। इसके बाद मारिया और जेरोम ने नीरज की लाश के सामने शारीरिक संबंध बनाए और फिर शव के 300 टुकड़े कर दिए। उन टुकड़ों को बैग में भरकर एक सुनसान जगह पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।
एक कॉल से खुला राज
इस दौरान नीरज का फोन मारिया की जेब में रह गया। जैसे ही फोन बजा, मारिया ने यह देखने के लिए फोन निकाला कि कौन कॉल कर रहा है, और गलती से कॉल रिसीव हो गया। इस गलती की वजह से यह पूरा हत्याकांड सामने आ गया। इस मामले में मारिया सुसाइराज को 3 साल और जेरोम मैथ्यू को 10 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी।