| . गुलाब सिंह जी का खेड़ा में बैठक कर ग्रामीणों ने लिया फैसला . कालानाड़ा, नया खेत, लुकतकिया, गुलाब सिंह जी खेड़ा, मामा देव, ढड, वार्ड नंबर 01 व 02 को नई पंचायत सुरजी का खेड़ा में रखने का विरोध |
मावली. प्रदेश में पंचायतों के पुनर्गठन की प्रक्रिया में मावली उपखंड की थामला पंचायत से 1 राजस्व गांव समेत 5 मजरो को अलग किए जाने का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने आमरण अनशन 6 मई तक के लिए स्थगित कर दिया है. ग्रामीणों की 28 अप्रैल से मावली उपखंड कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठने की योजना थी.
थामला पंचायत के मजरे गुलाब सिंह जी का खेड़ा में शनिवार रात किंग सेना मातृभूमि धर्म संघ के नेतृत्व में आयोजित बैठक में ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया. ग्रामीणों ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की सभी पंचायत और स्थानीय निकायों के पुनर्गठन के विषय में 6 मई तक आपत्तियां मांग रही है इसलिए कि वे सरकार को पूर्व में उनके द्वारा दिए गए ज्ञापन पर फैसला लेने के लिए 6 मई तक का समय देते हैं.

ग्रामीणों ने कहा कि थामला पंचायत के अधीन राजस्व गांव कालानाड़ा और मजरे नया खेत, लुकतकिया, गुलाब जी खेड़ा, मामा देव, ढड, वार्ड नंबर 01 व 02 को नई गठित की जा रही सुरजी का खेड़ा नाम से पंचायत में रखा जा रहा है.
ग्रामीणों ने कहा कि अभी हम सभी को थामला पंचायत में जाने के लिए 2 किलोमीटर की दूरी लगती है, लेकिन प्रस्तावित नई पंचायत सुरजी का खेड़ा में जाने के लिए थामला गांव को पार कर 8 किलोमीटर से अधिक तक जाना होगा.
जेठ की गर्मी, बारिश और कड़कड़ाती ठंड में महिलाओं,पुरुषों,बुजुर्गों और दिव्यांगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा.
बैठक में भील समाज पलाना क्षेत्र चौखला अध्यक्ष गोपी लाल भील, गोवर्धन, भगवान लाल भील, नाथूलाल भील, शैतान सिंह चौहान, सोहन माली, मोहन माली, उदयलाल माली, गुलाब सिंह, दीप सिंह, देवी सिंह, नरपत सिंह , नारू लाल माली, घिसा राम बैरवा, देवी लाल, नरेन्द्र सिंह, रोशन लाल भील, मोहन भील, राम चन्द्र भील, थानु राम भील, फतह लाल भील, बाबु लाल भील मोहन नाथ झोगी, फतेह लाल खारोल, किंग सेना से प्रकाश सालवी, घनेंद्र सिंह सरोहा आदि शामिल थे.
