पाकिस्तानी सेना ने भारत के खिलाफ एक नया सैन्य ऑपरेशन शुरू करने की घोषणा की है। इससे पहले पाकिस्तान ने आरोप लगाया था कि भारत ने उसकी तीन अहम एयरबेस—रावलपिंडी, चकवाल और झांग—पर मिसाइल हमले किए हैं। पाकिस्तानी सेना का दावा है कि इन हमलों में उसके सैन्य ढांचे को गंभीर नुकसान पहुंचा है।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की घोषणा करते हुए नए ऑपरेशन की शुरुआत की है। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इस अभियान को ‘ऑपरेशन बुनयान उल मरसूस’ नाम दिया गया है। यह ऐलान उस वक्त आया है जब शनिवार सुबह पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि भारत ने उसके तीन प्रमुख एयरबेस पर हमला किया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, रावलपिंडी के पास स्थित नूर खान एयरबेस, चकवाल के नजदीक मुरीद एयरबेस और पूर्वी पंजाब के झांग जिले में रफीकी एयरबेस के आसपास जोरदार धमाकों की आवाजें सुनी गई हैं।शुक्रवार देर रात पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए एक साथ 26 शहरों को ड्रोन हमलों से निशाना बनाने की कोशिश की। इन हमलों का मकसद भारतीय वायुसेना के अग्रिम ठिकानों और शहरी क्षेत्रों को नुकसान पहुंचाना था, लेकिन सतर्क भारतीय सुरक्षा बलों ने समय रहते इन सभी प्रयासों को विफल कर दिया। जवाब में भारतीय वायुसेना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रावलपिंडी सहित पाकिस्तान के कई अहम एयरफोर्स बेस पर जवाबी हमले किए।पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने आरोप लगाया है कि भारत ने मिसाइलों के जरिए उसके तीन प्रमुख एयरबेस पर हमला किया है।
भारत में 26 लोकेशनों पर देखे गए ड्रोन
शुक्रवार शाम को भारत के विभिन्न इलाकों में—जम्मू-कश्मीर के बारामुला से लेकर गुजरात के भुज तक—26 अलग-अलग स्थानों पर पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए। पंजाब के एक इलाके में ड्रोन गिरने की वजह से एक ही परिवार के कई सदस्य घायल हो गए। यह लगातार दूसरी रात थी जब पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने की कोशिश की, जिसे भारतीय सुरक्षा तंत्र ने पूरी तरह नाकाम कर दिया।
बुधवार तड़के भारत द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद से पाकिस्तान में खलबली मची हुई है। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के प्रतिशोध में अंजाम दिया गया था। भारतीय सुरक्षाबलों ने इस कार्रवाई के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इस सटीक मिसाइल हमले में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के कम से कम 9 आतंकी लॉन्च पैड पूरी तरह तबाह कर दिए गए।