रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि भारत पाकिस्तान की परमाणु धमकियों से डरने वाला नहीं है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) से अपील की कि वह पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को अपनी निगरानी में ले। रक्षा मंत्री के इस बयान पर पाकिस्तान बौखला गया और उसके विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने तीखी प्रतिक्रिया देकर अपनी नाराज़गी जाहिर की.
🔹 कश्मीर दौरे पर पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा — “आतंकवाद के कैंसर के इलाज के लिए ऑपरेशन सिंदूर जैसी कड़ी कार्रवाई जरूरी है।” 🔹 उन्होंने सीमापार पाकिस्तानी ठिकानों को तबाह करने वाले वीर सैनिकों की सराहना की और कहा — “देश को ऐसे जांबाज़ों पर गर्व है। |
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को दी कड़ी चेतावनी, परमाणु हथियारों पर उठाए सवाल
गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान की परमाणु धमकियों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि भारत ऐसी गीदड़ भभकियों से डरने वाला नहीं है। उन्होंने वैश्विक समुदाय से अपील की कि यह गंभीरता से सोचना चाहिए कि क्या पाकिस्तान जैसे गैर-जिम्मेदार देश के पास परमाणु हथियार होना उचित है।
IAEA से की निगरानी की अपील
रक्षा मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) से आग्रह किया कि पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम को अपनी निगरानी में ले ताकि वैश्विक सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
पाकिस्तान की बौखलाहट
राजनाथ सिंह के इस बयान के बाद पाकिस्तान तिलमिला उठा और उसके विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की।
आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति स्पष्ट
सैनिकों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति को नए सिरे से परिभाषित किया है। अब भारत की सरज़मीं पर होने वाला कोई भी आतंकी हमला ‘युद्ध की कार्रवाई’ माना जाएगा, और उसका उसी स्तर पर जवाब दिया जाएगा।
आतंकवाद के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी सख्त कार्रवाई जरूरी: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
कश्मीर दौरे पर पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के लिए सेना को बधाई देते हुए आतंकवाद पर दो टूक शब्दों में कहा, “आतंकवाद के रोग के लिए ऑपरेशन सिंदूर जैसी दवा जरूरी है।” उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि यदि वह आतंकियों का समर्थन जारी रखता है, तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
आतंकवाद और बातचीत साथ नहीं चल सकते
श्रीनगर के बादामी बाग स्थित चिनार कोर मुख्यालय में सैनिकों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार आतंकवाद का जड़ से सफाया करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने दोहराया कि आतंकवाद और शांति वार्ता एक साथ नहीं चल सकतीं।
“अब आतंकी कहीं भी सुरक्षित नहीं”
राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान में छिपे आतंकियों और उनके आकाओं को स्पष्ट संदेश दिया है कि वे अब कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने सीमा पार दुश्मन की चौकियों और बंकरों को ध्वस्त करने वाले भारतीय सैनिकों की बहादुरी को सलाम करते हुए कहा कि देश को अपने वीर जवानों पर गर्व है।
“धर्म पूछकर मारा था, हमने कर्म देखकर मारा”
पहालगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा,
“आतंकियों ने धर्म पूछकर मारा, लेकिन हमने उनका कर्म देखकर जवाब दिया।”
उन्होंने कहा कि हमला भारत के माथे पर था, लेकिन भारतीय सेना ने उनकी छाती पर वार कर इसका करारा बदला लिया।
सैन्य बलों की सराहना, सेना को मिलेगा अत्याधुनिक साजोसामान
रक्षा मंत्री ने सेना को आधुनिक हथियार, ड्रोन और तकनीक से लैस करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी को भी बधाई दी।
पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पर तंज
राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान की बदहाल आर्थिक स्थिति पर कटाक्ष करते हुए कहा,
“आज पाकिस्तान पूरी दुनिया से कर्ज मांग रहा है, जबकि भारत IMF को फंड दे रहा है।”
बयान पर तिलमिलाया पाकिस्तान
रक्षा मंत्री के परमाणु हथियारों पर दिए बयान के बाद पाकिस्तान ने तीखी प्रतिक्रिया दी। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफाकत अली ने कहा कि भारत की यह टिप्पणी उसकी “गंभीर असुरक्षा और निराशा” को दर्शाती है। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान की पारंपरिक सैन्य क्षमताएं भारत को जवाब देने के लिए काफी हैं।