1. इस बार किसी नेता को वोट लेने के लिए गली में घुसने तक नहीं देंगे 2. भाजपा की ट्रिपल इंजन सरकार, फिर भी लोग बूंद बूंद को तरसे |
भगवती जोशी
फतह नगरl जैसे देवर में बावजी को बुलाने के लिए बार-बार धूप लगानी पड़ती है अरदास करनी पड़ती है वैसे ही पानी के लिए इंतजार करना पड़ता है। 5 मिनट पानी आएगा एक मटका भराएगा फिर पानी बंद हो जाएगा वापस 15 मिनट 20 मिनट इंतजार करना पड़ता है। फिर वापस मोटर चालू करते हैं उसके बाद पानी आता है। तो कह सकते हैं की बावजी एक बार चले जाते हैं तो वापस बुलाने में उतना ही समय लग जाता है । जैसा यहां पानी को लाने में लगता है।
पानी के लिए राति जगा होता है
वंदना बता रही है पानी की समस्या को लेकर कि हम महिलाएं पूरे दिन घर का काम करें फिर पूरी रात रात्रि जागरण करें पानी के लिए रोड लाइट चालू होती है उसके बाद पानी आता है। फिर यहां पर भीड़ लगी रहती हैं। सब अपनी पानी भरने की बारी का इंतजार करते हैं। यहां पर नंबर सिस्टम चलता है। पानी भरने के लिए नंबर लगाना पड़ता है। इसके लिए काफी समस्या आती है। महिलाओं को पूरी-पूरी रात जागना पड़ता है जिससे उनको थकान हो जाती है अपने बच्चों को समय पर नहीं पढा पाती है अपने घर के और भी काम नहीं कर पाती हैं कहीं जाना आना हो तो भी बहुत समस्या हो रही इन दिनो
पानी के चक्कर में कभी-कभी महाभारत भी हो जाती है
पानी की ऐसी समस्या हो रही है कि महिलाएं ऐसे ही लड पड़ती है। कई बार तो बर्तन फोड़ने जैसी स्थिति आ गई। खूब माता पची होती है । नंबर लगाने के चक्कर में पहले मैं आई, मैंने नंबर लगाया के चक्कर में सिर फोड़ने की नौबत आ जाती है
दो-दो किलोमीटर दूर से सिर पर पानी लाते थे
महिलाएं बता रही थी कि सिर पर रखकर दो-दो किलोमीटर से भी पानी लाते थे. शिव मंदिर के पास खुद ही इस ट्यूबवेल से कुछ उम्मीद बनी, लेकिन सांस ले लेकर दो-दो मिनट ही पानी मिलने से कोड में खाज का काम किया है. नगर पालिका ने वार्ड 21, 23 और 24 की जनता को तड़पा के रख दिया है इस भरी गर्मी में.
सरकार बीजेपी की, बोर्ड बीजेपी का पार्षद बीजेपी का फिर भी पानी की व्यवस्था नहीं
स्थानीवासी हिम्मत सिंह राणावत ने कहा कि इतने सालों से कांग्रेस थी, कुछ नहीं कर पाई, कितने ही पार्षद आए कुछ भी काम नहीं किया, अभी सरकार बीजेपी की है, बोर्ड बीजेपी का है, पार्षद बीजेपी के हैं। फिर भी कोई काम नहीं हो रहा है कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
अभी पार्षद गजेंद्र सिंह , भेरुलाल है दोनों ही भाजपा के है। पानी की एक बड़ी टंकी बनी हुई है. मुख्य सड़क पर दिखाने के लिए पाइपलाइन दबा दी लेकिन 10 साल हो गए हैं गलियों में पाइपलाइन बिछाकर कनेक्शन नहीं दिए.
सबसे ज्यादा तो महिलाओं को दिक्कत आती है रात को तीन 3:00 बजे तक जागती है।
किसी को वोट नहीं देंगे, वोट के लिए गली में भी नहीं घुसने देगे
इस बार कोई वोट लेने आएगा चाहे बीजेपी हो चाहे कांग्रेस हो किसी को गली में नहीं घुसने देंगे.
महिलाओं का कहना है कि जब वोट की जरूरत होती है तो हाथ जोड़कर वोट मांगने आ जाते हैं, फिर गली में आकर भी नहीं देखते कि हमें क्या दिक्कत हो रही होगी कितनी बार हमने पार्षद को भी बोला पर कोई ध्यान नहीं देता है क्योंकि उनके घर में पानी आ जाता है समस्या तो महिलाओं को उठानी पड़ती है पर इस बार हम कोई महिलाएं वोट नहीं देंगे चाहे कोई भी वोट मांगने आए।