गाजीपुर: राजा रघुवंशी हत्याकांड की आरोपी सोनम रघुवंशी की मेडिकल जांच प्रक्रिया सोमवार को पूरी कर ली गई। यह जांच महिला डॉक्टरों की तीन सदस्यीय टीम द्वारा की गई, जिसमें सोनम की मानसिक और शारीरिक स्थिति की गहराई से जांच की गई।
मेडिकल सूत्रों के अनुसार, जांच के दौरान सोनम बेहद भयभीत और मानसिक रूप से सदमे में नजर आई। उसे कमजोरी की शिकायत थी, जिस कारण सुबह से ही उसे एनर्जी ड्रिंक और जूस दिए जा रहे थे।
जांच रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि सोनम के शरीर पर किसी प्रकार की बाहरी चोट या गंभीर इंजरी के निशान नहीं पाए गए हैं।
इस पूरी प्रक्रिया की सबसे अहम बात यह रही कि सोनम का प्रेग्नेंसी टेस्ट भी कराया गया। हालांकि, इस टेस्ट की रिपोर्ट स्पष्ट नहीं रही। डॉक्टरों की टीम ने इसे “इनकनक्लूसिव” (अस्पष्ट) बताया है। डॉक्टरों का कहना है कि प्रारंभिक अवस्था में टेस्ट का सटीक परिणाम मिलना कठिन होता है। इसी कारण सोनम का अल्ट्रासाउंड सात दिन बाद दोबारा करने की सिफारिश की गई है।
प्रेगनेंसी टेस्ट की अस्पष्ट रिपोर्ट ने राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक नया और बेहद संवेदनशील मोड़ जोड़ दिया है। इस रिपोर्ट ने जांच एजेंसियों की सतर्कता को और अधिक बढ़ा दिया है। सोनम की मेडिकल जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद मेघालय पुलिस ने उसे अपनी कस्टडी में ले लिया।
पहले से ही गाजीपुर पहुंची मेघालय पुलिस टीम सोनम को साथ लेकर रवाना हो गई है। अब पूछताछ का अगला चरण मेघालय में होगा, जहां पुलिस सोनम को घटनास्थल पर लेकर जाएगी और केस से जुड़े विभिन्न पहलुओं की गहराई से जांच करेगी।
गौरतलब है कि सोनम रघुवंशी अपने पति राजा रघुवंशी के साथ हनीमून पर शिलॉन्ग गई थीं, लेकिन अब उसी पति की हत्या का आरोप उन्हीं पर है। यह मामला अब एक गंभीर आपराधिक जांच का विषय बन चुका है, जिसकी गूंज राज्य से बाहर तक सुनाई दे रही है।
राजा रघुवंशी हत्याकांड की मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी रहस्यमयी रूप से 17 दिनों तक गायब रहने के बाद रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात उत्तर प्रदेश के गाजीपुर पहुंची। उसकी मौजूदगी की पुष्टि होते ही मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया।
सोमवार सुबह सोनम को सीजेएम कोर्ट गाजीपुर में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने मेघालय पुलिस को 72 घंटे की कस्टडी रिमांड मंजूर कर दी। इसके बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पुलिस टीम सोनम को अपने साथ लेकर शिलॉन्ग के लिए रवाना हो गई।