कलकत्ता हाई कोर्ट ने क्रिकेटर मोहम्मद शमी को अपनी पत्नी को गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया है। इससे पहले युजवेंद्र चहल भी अपनी पत्नी को एलिमनी दे चुके हैं। वहीं टेनिस स्टार क्रिस एवर्ट ने तलाक के बाद अपने पति को 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम दी थी
नई दिल्ली: कलकत्ता हाई कोर्ट ने हाल ही में एक अहम फैसला सुनाया है, जिसमें क्रिकेटर मोहम्मद शमी को अपनी पत्नी हसीन जहां को 4 लाख रुपये मासिक खर्च के तौर पर देने का आदेश दिया गया है। इससे पहले युजवेंद्र चहल का भी तलाक हुआ था, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी धनश्री वर्मा को करीब 4.75 करोड़ रुपये एलिमनी के रूप में चुकाए थे।
ये तो कुछ हालिया चर्चित मामले हैं। अगर इतिहास पर नजर डालें तो टाइगर वुड्स जैसे कई मशहूर खिलाड़ियों ने तलाक के बाद अपनी पत्नियों को करोड़ों-अरबों रुपये की संपत्ति सौंपी है। हालांकि इन दिनों कुछ लोग ऐसे मामलों को लेकर नाराजगी भी जाहिर कर रहे हैं, खासकर युजवेंद्र चहल के केस में। उनका मानना है कि यदि महिला आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर है, तो उसे एलिमनी की जरूरत नहीं होनी चाहिए। एलिमनी देना सही है या गलत – यह बहस का विषय जरूर हो सकता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसा मामला भी सामने आ चुका है, जिसमें परंपरा से हटकर एक महिला खिलाड़ी ने तलाक की कीमत चुकाई थी – वो भी भारी भरकम रकम में। यह कहानी है टेनिस स्टार क्रिस एवर्ट की, जिन्होंने अपने तलाक में पति को 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति सौंपी थी। इसमें करीब 60 करोड़ रुपये नकद थे, जबकि बाकी रकम महंगे बंगले और लग्जरी कारों के रूप में थी।
आज बात होगी क्रिस एवर्ट की उस कहानी की, जहां 21वीं सदी की शुरुआत में खेल की दुनिया में बड़ा बदलाव आया था। पारंपरिक खेलों में अब विज्ञान और तकनीक की भूमिका बढ़ने लगी थी। डिजिटलीकरण ने न सिर्फ खेल की कवरेज बदली, बल्कि खिलाड़ियों की कमाई भी नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई – और उनके निजी जीवन की कहानियां भी सुर्खियों में आने लगीं।