चिदंबरम का बयान और पहलगाम हमला: लोकसभा की बहस से पहले सियासी हलचल तेज़
लोकसभा में आज पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर पर 16 घंटे की लंबी चर्चा होनी है। मगर बहस से पहले ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम के एक इंटरव्यू ने राजनीति में तूफ़ान खड़ा कर दिया है।
चिदंबरम ने इंटरव्यू में कहा कि पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों के पाकिस्तान से आने का कोई सबूत नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया, “क्या एनआईए ने यह पता लगाया है कि वे कहां से आए थे? क्या पता, वे यहीं के आतंकी हों। आप क्यों मान रहे हैं कि वे पाकिस्तान से आए थे?”
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के बैसरण घाटी में हुए इस हमले में 26 हिंदू पर्यटकों की जान गई थी। पहले इसकी ज़िम्मेदारी द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा संगठन माना जाता है, लेकिन बाद में इससे इनकार कर दिया। एनआईए की जांच में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और लश्कर की संलिप्तता सामने आई और हमले को अंजाम देने वालों को पाकिस्तानी नागरिक बताया गया।
बीजेपी ने चिदंबरम के बयान पर तीखा हमला बोला। पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा, “चिदंबरम ने फिर शर्मसार किया है। कांग्रेस हमेशा पाकिस्तान को क्लीन चिट देने के लिए तैयार रहती है और जब भी भारत पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से लड़ता है, कांग्रेस के नेता इस्लामाबाद के वकील की तरह दिखते हैं।”
बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी तंज कसा, “कांग्रेस कहती है: पहलगाम हमले के लिए पाकिस्तान को ज़िम्मेदार मत ठहराओ! कांग्रेस पाकिस्तान का बचाव पाकिस्तान से भी बेहतर करती है!” जवाब में चिदंबरम ने कहा कि बीजेपी ने उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया है। उन्होंने आरोप लगाया, “ट्रोल पूरा इंटरव्यू छुपाते हैं, कुछ शब्द म्यूट करते हैं और बात का मतलब बदल देते हैं।”
आज की लोकसभा बहस से पहले चिदंबरम का यह बयान बीजेपी के लिए बड़ा सियासी मुद्दा बन गया है।