एटा की अलीगंज तहसील के सरौतिया गांव में नाग पंचमी के दिन उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक नागिन अचानक एक घर में घुस गई। गांव वालों में डर फैल गया क्योंकि कुछ दिन पहले ही गांव में एक नाग की हत्या कर दी गई थी। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने नागिन को सुरक्षित पकड़ा और जंगल में छोड़ दिया।
अलीगंज तहसील के सरौतिया गांव में नाग पंचमी के दिन उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एक नागिन अचानक एक मकान में घुस गई और फन उठाकर जोर-जोर से फुफकारने लगी। बताया जा रहा है कि करीब पंद्रह दिन पहले इसी गांव में एक जहरीले नाग को मार दिया गया था। ऐसे में नाग पंचमी पर नागिन के घर में घुसने से गांव में यह बात फैल गई कि नागिन अपने साथी नाग की मौत का बदला लेने आई है।
गांव के विजय कुमार दीक्षित और प्रमोद कुमार दीक्षित ने नागिन के मकान में घुसने की सूचना तुरंत गांववालों और वन विभाग को दी। देखते ही देखते मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। वन विभाग की टीम ने पहुंचकर नागिन को सुरक्षित पकड़ लिया। रेस्क्यू के दौरान नागिन कई बार फन उठाकर फुफकारी, लेकिन टीम ने उसे एक प्लास्टिक बॉक्स में बंद कर लिया।
ग्रामीणों का कहना है कि श्रावण मास और नाग पंचमी जैसे पर्व पर यह घटना होना अपने आप में खास है, इसलिए किसी ने नागिन को नुकसान नहीं पहुंचाया और उसे सुरक्षित जंगल भिजवाने के लिए वन विभाग को सौंप दिया। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नागिन के बदला लेने की कहानी वैज्ञानिक तौर पर साबित नहीं की जा सकती, लेकिन ग्रामीणों में इसे लेकर दहशत जरूर है। नागिन को जंगल में छोड़ दिया जाएगा ताकि वह सुरक्षित रह सके।