Viral Video: इस घटना का 31 सेकंड का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक तेंदुआ सड़क किनारे आराम कर रहा था, और जैसे ही कर्नाटक स्टेट टूरिज़्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन की गाड़ी वहां पहुंची और रुकी।
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक ऐसा वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग हैरान रह गए। बताया जा रहा है कि यह वीडियो बेंगलुरु के बन्नेरघट्टा बायोलॉजिकल पार्क का है, जहां जंगल सफारी के दौरान अचानक एक तेंदुए ने पर्यटकों की गाड़ी पर हमला कर दिया। इस हमले में गाड़ी में बैठे 12-13 साल के बच्चे को चोटें आईं। हालांकि, बच्चे की चोटें हल्की थीं और समय पर इलाज कर दिया गया। इस पूरे घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। आज की खबर में हम आपको इस घटना के बारे में विस्तार से बताएंगे।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
इस घटना का 31 सेकंड का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक तेंदुआ सड़क किनारे आराम कर रहा था। जैसे ही कर्नाटक स्टेट टूरिज़्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन की गाड़ी वहां रुकी, तेंदुआ धीरे-धीरे गाड़ी की ओर बढ़ने लगा। तभी बस की खिड़की से एक बच्चा बाहर झांक रहा था, और अचानक तेंदुए ने छलांग लगाकर उसके हाथ पर हमला कर दिया।
बच्चे पर तेंदुए का हमला
हमले के बाद गाड़ी में हड़कंप मच गया। पर्यटक चीख-पुकार करने लगे और सभी बेहद घबरा गए। इसी दौरान पीछे चल रही दूसरी सफारी बस में बैठे कुछ यात्रियों ने इस पूरी घटना को अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया। ड्राइवर ने तुरंत गाड़ी आगे बढ़ाई, लेकिन तेंदुआ थोड़ी देर तक पीछा करता रहा। घायल बच्चे को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका उपचार किया गया और इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई।
वीडियो पर यूजर्स के रिएक्शंस
इस वीडियो को सोशल मीडिया पर IndianBackchod नाम के पेज से शेयर किया गया, और इसके बाद यह काफी चर्चा में आ गया। लोगों ने इस पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दीं। कुछ का कहना है कि घटना के पीछे पर्यटकों की लापरवाही हो सकती है, क्योंकि सफारी के दौरान खिड़की से बाहर झांकना या जानवरों को उकसाना बहुत खतरनाक हो सकता है। एक रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि किसी पर्यटक ने तेंदुए को छेड़ने की कोशिश की थी, जिससे वह गुस्से में आ गया और बस की खिड़की पर हमला कर दिया। वहीं, कई लोगों ने पार्क प्रशासन पर सवाल उठाए और कहा कि सफारी के दौरान सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे। अगर खिड़कियां पूरी तरह बंद रहतीं, तो शायद यह हादसा टल जाता। कुछ यूजर्स ने यह भी सुझाव दिया कि घायल बच्चे को टिटनेस और रेबीज का टीका जरूर लगवाया जाना चाहिए, ताकि किसी भी तरह के संक्रमण का खतरा न रहे।