वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में इन दिनों एक अद्भुत दृश्य लोगों का ध्यान खींच रहा है। मंदिर के स्वर्ण शिखर पर एक सफेद उल्लू लगातार नजर आ रहा है। खास बात यह है कि यह उल्लू हर दिन एक ही स्थान पर बैठा दिखाई देता है, मानो किसी रहस्य और आशीर्वाद का संकेत हो।
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में इन दिनों एक अलौकिक नजारा भक्तों को चकित कर रहा है। मां लक्ष्मी के वाहन माने जाने वाले उल्लू का दुर्लभ रूप यहां देखा जा रहा है। मंदिर के स्वर्ण शिखर पर बीते कई दिनों से एक सफेद उल्लू प्रतिदिन एक ही स्थान पर विराजमान होता है। खास बात यह है कि यह पक्षी केवल आरती के समय ही दर्शन देता है। धर्माचार्यों का मानना है कि इसका प्रकट होना शुभ समाचार का संकेत है। इस अद्भुत दृश्य का एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के सीईओ विश्व भूषण मिश्र ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक खास वीडियो साझा किया है, जिसमें साफ दिखाई देता है कि सफेद उल्लू मंदिर के शिखर पर अपने निर्धारित स्थान पर विराजमान है। यह वीडियो मंदिर के आधिकारिक कैमरामैन द्वारा रिकॉर्ड किया गया है। पोस्ट में लिखा गया है कि 18 अगस्त की शयन आरती, 19 अगस्त की सायंकालीन श्रृंगार आरती और 20 अगस्त की सप्तऋषि आरती—इन तीनों अवसरों पर ‘श्वेत उलूक महाराज’ ने समय पर पहुंचकर शिखर पर अपना स्थान ग्रहण किया। इस अलौकिक दृश्य ने श्रद्धालुओं की उत्सुकता को और गहरा कर दिया है। साथ ही, मंदिर प्रशासन ने सभी भक्तों के लिए आधिकारिक फोटो और वीडियो भी उपलब्ध कराए हैं।
कहा जा रहा है कि बीते कुछ दिनों से महादेव की आरती के दौरान एक सफेद उल्लू मंदिर के शिखर पर आकर बैठ जाता है। श्रद्धालु इसे शुभ संकेत मान रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसे संयोग भर बता रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि आरती की ध्वनि शुरू होते ही यह उल्लू शिखर पर दिखाई देता है। 17 अगस्त की शयन आरती (रात 10:30 से 11 बजे), 18 अगस्त की श्रृंगार आरती (रात 9 से 10 बजे) और 20 अगस्त की सप्तऋषि आरती (शाम 7:30 से 8:45 बजे) के दौरान भी यह अद्भुत दृश्य दर्ज किया गया है।