अयोध्या: रामभद्राचार्य द्वारा स्वामी प्रेमानंद को लेकर दिए गए बयान पर संत समाज में नाराजगी देखने को मिल रही है। रामभद्राचार्य के बयान पर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि “अगर उन्हें दिखाई नहीं देता तो क्या उन्हें सुनाई भी नहीं देता? स्वामी प्रेमानंद दिनभर संस्कृत ही बोलते हैं।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ऐसे बयान न केवल अपमानजनक हैं बल्कि संत समाज की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले हैं।
संत समाज का कहना है कि स्वामी प्रेमानंद संस्कृत के गहन विद्वान हैं और उनका जीवन पूरी तरह से धर्म और अध्यात्म को समर्पित है। इसीलिए इस प्रकार की टिप्पणी अनुचित और अस्वीकार्य है।
जानकारों का मानना है कि इस बयान के बाद संत समुदाय में बहस और तेज हो सकती है। फिलहाल संत समाज रामभद्राचार्य से इस बयान पर सफाई की अपेक्षा कर रहा है।