Donald Trump News: डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर व्लादिमीर पुतिन पर नाराज़गी जताई। साथ ही आरोप लगाया कि पुतिन, किम जोंग और शी जिनपिंग मिलकर अमेरिका के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। उनका यह बयान चीन की विक्ट्री डे परेड के दौरान सामने आया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर एक बार फिर कड़ा रुख दिखाया है। मंगलवार को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से “बेहद निराश” हैं। ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि उनकी सरकार रूस में लगातार हो रही मौतों को रोकने के लिए जल्द ही ठोस कदम उठाएगी।
इसी बीच चीन की मिलिट्री परेड के मौके पर ट्रंप ने एक और बड़ा बयान दिया। उन्होंने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग मिलकर अमेरिका के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा—“राष्ट्रपति शी और चीन की जनता को मेरी शुभकामनाएं। मेरी गर्मजोशी भरी बधाई पुतिन और किम जोंग उन को भी दें, क्योंकि आप सभी मिलकर अमेरिका के खिलाफ साजिश कर रहे हैं।”
ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब उन्होंने हाल ही में अलास्का में पुतिन से शिखर वार्ता की थी। इसके बाद वे व्हाइट हाउस में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और यूरोपीय व NATO नेताओं से भी मिले थे। ट्रंप ने उम्मीद जताई थी कि पहले जेलेंस्की और पुतिन की मुलाकात होगी और फिर वे खुद भी त्रिपक्षीय बैठक में शामिल होंगे। लेकिन जेलेंस्की का कहना है कि रूस जानबूझकर इस मुलाकात से बच रहा है, जबकि रूस का तर्क है कि “एजेंडा तैयार नहीं है।”
इंटरव्यू में ट्रंप ने यह भी चेतावनी दी कि अगर रूस शांति प्रक्रिया में सहयोग नहीं करता तो अमेरिका और कड़े प्रतिबंध लगाने से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने जेलेंस्की से वादा किया है कि किसी भी शांति समझौते में अमेरिका यूक्रेन की सुरक्षा की गारंटी देगा। फिलहाल रूस, यूक्रेन के लगभग पांचवें हिस्से पर कब्जा जमाए हुए है। ट्रंप का कहना है कि किसी भी समझौते में “सीमाओं का बदलाव और भूमि अदला-बदली अहम मुद्दे होंगे।” हालांकि, यूक्रेन ने साफ कहा है कि वह अपनी जमीन रूस को कभी कानूनी तौर पर मान्यता नहीं देगा।
रूस और चीन की बढ़ती नजदीकी पर जब ट्रंप से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा—“मुझे बिल्कुल चिंता नहीं है। हमारे पास दुनिया की सबसे ताकतवर सेना है। वे हम पर कभी हमला करने की हिम्मत नहीं करेंगे, यकीन मानिए।”
उधर, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बीजिंग में पुतिन का स्वागत करते हुए उन्हें “पुराना दोस्त” बताया। इसके अगले ही दिन पुतिन और किम जोंग उन चीन की विक्ट्री डे परेड में भी शामिल हुए, जिसे वैश्विक ताकत का प्रदर्शन माना जा रहा है। इसी घटनाक्रम के बाद ट्रंप का यह बयान सामने आया जिसने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में नई हलचल मचा दी है।