फतहनगर।श्री पशुपतिनाथ निराश्रित पशु सेवा समिति ने लम्पी रोग की रोकथाम के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। समिति ने गौवंशों में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के लिए उन्हें आयुर्वेदिक लड्डू खिलाने का निर्णय लिया है। इस पहल के तहत, समिति के कार्यकर्ताओं ने प्रथम चरण में 300 लड्डू बनाए और झल झूलनी एकादशी के अवसर पर बीमार और लम्पी से ग्रसित गौवंशों को खिलाए। अगले चरण में, सनवाड SBI बैंक से भगवा सर्कल तक निराश्रित गौवंशों को ये लड्डू खिलाए जाएंगे।
लम्पी रोग के लक्षण और रोकथाम

लम्पी रोग एक विषाणु जनित बीमारी है जो गोवंशीय पशुओं को प्रभावित करती है। इसके लक्षणों में शरीर पर गांठें, तेज बुखार, आंख-नाक से स्राव और दूध उत्पादन में कमी शामिल हैं। इस रोग की रोकथाम के लिए पशुपालन विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और प्रभावित पशुओं का उपचार किया जा रहा है।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य

इस अवसर पर मुकेश जी गाडोलिया, निखिल जी खंडेलवाल, शशिकांत जी अग्रवाल, आशुतोष जी पंडित, शिव जी डीडवानिया, सूरज जी डीडवानिया, प्रिंस जी खटीक, सूरज जी शर्मा और साहिल मोर सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
वर्तमान स्थिति
वर्तमान में, लम्पी रोग के कुल 6 मामले सामने आए हैं। समिति द्वारा निराश्रित गौवंशों को आयुर्वेदिक लड्डू खिलाने की पहल से इस रोग की रोकथाम में मदद मिल सकती है।